श्रीगंगानगर , अक्टूबर 17 -- राजस्थान के कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल मीणा ने बताया है कि श्रीगंगानगर में 122 करोड़ रुपए का फसल बीमा घोटाले का खुलासा हुआ हैं जिसमें 1.70 लाख किसानों के क्लेम शून्य कर दिए गए।

डा मीणा ने शुक्रवार को इसका खुलासा करत हुए मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत खरीफ 2023, रबी 2023, खरीफ 2024 और रबी फसल 2024 के दौरान करीब 1.70 लाख किसानों द्वारा व्यक्तिगत क्लेम आवेदन किए गए थे। फसल मौसमी कहर से खराब होने के बावजूद बीमा कंपनी ने सभी किसानों का क्लेम 'शून्य' कर दिया।

उन्होंने बताया किजब इन फार्मों की जांच करवाई गई तो किसानों और कृषि विभाग के कार्मिकों के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। यानी बीमा कंपनी ने वास्तविक सर्वे नहीं किया। इन सभी किसानों का क्लेम करीब 100 करोड़ रुपये बनता था, जो पोर्टल में ऑनलाइन किए थे जो कंपनी द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर हड़प लिया गया।

इसी तरह खरीफ 2023 के करीब 1800 किसानों ने ऑफलाइन आवेदन किए थे, जिनका क्लेम लगभग 22 करोड़ रुपये का है। इनमें भी वही गड़बड़ी पाई गई। डा मीणा ने मीडिया के सामने 32 हजार फार्म प्रस्तुत करते हुए बताया कि इनमें 30 हजार से अधिक फार्म फर्जी पाए गए। फसल बीमा के व्यक्तिगत क्लेम की जांच के लिए बनी समिति में एक किसान प्रतिनिधि कृषि विभाग का कार्मिक शामिल लेकिन जब इनके हस्ताक्षर ही फर्जी पाए गए, तो यह स्पष्ट है कि कोई वास्तविक सर्वे हुआ ही नहीं।

उन्होंने कहा कि अब वंचित किसानों को उनका हक विभाग की एसओपी के अनुसार दिलाया जाएगा और बीमा कंपनी पर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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