श्रीगंगानगर , अक्टूबर 05 -- राजस्थान में श्रीगंगानगर-पदमपुर मार्ग पर टोल वसूली के विरोध में किसानों और स्थानीय निवासियों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है।

गंगनहर परियोजना के प्रथम अध्यक्ष गुरबलपालसिंह संधु के नेतृत्व में किसान नेता और कार्यकर्ता गांवों और मंडियों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के तहत उन्होंने सात अक्टूबर को प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शामिल होने का लोगों से आह्वान किया है।

गुरबलपालसिंह संधु ने रविवार को बताया कि व्यापारिक संघों और धानका यूनियनों द्वारा घोषित टोल-मुक्त अभियान के समर्थन में भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। 28 सितम्बर से चक 18 बीबी टोल नाके पर दिन-रात धरना लगातार जारी है। प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच तीन दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन ये सभी बेनतीजा साबित हुईं।

उन्होंने बताया कि टोल का मूल कार्यकाल मार्च 2024 में ही समाप्त हो चुका था, लेकिन इसे विभिन्न कारणों का हवाला देकर बार-बार बढ़ाया जा रहा है। पहले डेढ़ वर्ष तक बढ़ाया गया, जिसका कार्यकाल विगत 28 सितम्बर को समाप्त हो गया। अब पुन: करीब छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। सुखवीरसिंह फौजी ने कहा कि टोल कंपनी और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की मिलीभगत से जनता की खुलेआम लूट हो रही है। महेंद्र मिगलानी और रविंद्र तरखान ने कहा कि सात अक्टूबर को जनता आर-पार की लड़ाई लड़ेगी।

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