दौसा , अक्टूबर 05 -- राजस्थान के दौसा में स्थित प्रदेश की एकमात्र विशिष्ट केंद्रीय कारागृह श्यालावास में रविवार को नो योर कस्टमर (केवाईसी) की तर्ज पर बंदियों को बेहतर ढंग से जानने एवं समझने के उद्देश्य से नो योर प्रिजनर (केवाईपी) कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में सवा चार सौ से अधिक बंदियों ने भाग लिया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक पारस जांगिड एवं जेलर विकास बागोरिया ने बंदियों को संबोधित करते हुए कारागार विभाग की व्यवस्थाओं, राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सुविधाओं तथा बंदियों के अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी दी।

बंदियों को रेमिशन, मुलाक़ात व्यवस्था, जेल अपराध एवं दंड, राशन प्रणाली, जेल अस्पताल, उद्योगशाला, बंदी मजदूरी, खुला बंदी शिविर, पैरोल तथा समयपूर्व रिहाई संबंधी नियमों से अवगत कराया गया। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि यदि कोई बंदी कारागृह से किसी प्रकार का अपराध संचालित करेगा तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

जेल प्रशासन द्वारा बंदियों की आधारभूत जानकारी संकलित कर उनकी विभिन्न प्रतिभाओं एवं हुनर को भी चिह्नित किया गया। जिनमें बढ़ई, दर्जी, पेंटर, रसोइया, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, लेखक, शिक्षक, कंप्यूटर जानकार, खिलाड़ी, योग प्रशिक्षक, लाइब्रेरियन एवं नर्सिंग कार्य में दक्ष बंदी शामिल हैं। अच्छे आचरण वाले बंदियों को उनकी रुचि के अनुरूप कार्य देकर सुधारात्मक प्रशासन के कार्यों में सहयोग लिया जाएगा। मुख्यालय कारागार के सुझाव पर यह कार्यक्रम "बेस्ट प्रैक्टिस" के रूप में आयोजित किया गया।

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