अलवर , दिसम्बर 19 -- राजस्थान में पूर्व नि:शक्तजन आयुक्त खिल्लीमल जैन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मांग की है कि राजस्थान के जिन 300 सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य होना मीडिया के माध्यम से सामने आया है, उनमेंं कार्यरत शिक्षकों के वेतन की वसूली करके उनका वेतन बंद किया जाये।
श्री जैन ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे विद्यालयों मेें शिक्षकों को लगाने वाले अधिकारियों, उनकी डिजायर लिखने वाले विधायकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार द्वारा श्रमिकों के लिये नीति है कि काम नहीं तो वेतन नहीं, तो फिर इन शून्य संख्या वाले विद्यालयों के शिक्षकों -शिक्षिकाओं को भुगतान क्यों दिया गया है और दिया जा रहा है। उसे तुरंत बंद किया जाये और किये गये भुगतान की संबंधित शिक्षकों-शिक्षिकाओं से वसूली की जाये।
श्री जैन ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया तो राजस्थान सरकार द्वारा मनाई जा रही दो वर्ष की खुशियां बेकार हैं। उन्होंने बताया कि जब सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य रहती है तो उनमें किस आधार पर अधिकारी शिक्षकों-शिक्षिकाओं की नियुक्ति कर देते हैं। इस तरह की लापरवाही जहां सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने वाली है वहीं आम जनता के पैसे की भी बर्बादी है।
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