वलसाड , नवंबर 29 -- गुजरात के उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने शनिवार को यहां कहा कि चिंतन शिविर में हुई उदार मन से एवं पारदर्शी चर्चाएं राज्य के विकास के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगी।

श्री संघवी ने चिंतन शिविर के विभिन्न विषयों पर गंभीरतापूर्वक चिंतन एवं मनन से सुदूरवर्ती मानव के कल्याण तथा राज्य की विकास यात्रा को गतिमान बनाने का मार्ग स्थापित करने का अनुरोध करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि तीन दिवसीय सामूहिक चिंतन-मनन से तैयार हुए मुद्दे केवल आर्काइव में ही न रहें, बल्कि उनका उचित दस्तावेजीकरण हो, जिसका सीधा लाभ गुजरात के आम नागरिकों को मिले।

उन्होंने चिंतन शिविर से कुछ नया सीखकर लोगों के कल्याण के लिए जमीनी स्तर पर कार्यरत रहने का अनुरोध करते हुए कहा कि केवल सचिवालय स्तर पर ही नहीं, बल्कि जिला प्रशासन तक शिविर की फलश्रुति पहुंचाएं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि श्रीमद् राजचंद्र आश्रम के आध्यात्मिक वातावरण में आयोजित हुआ चिंतन शिविर सभी नागरिकों के हित और किसी गरीब के आंसू पोंछने का संवेदनापूर्ण माध्यम बनेगा। उन्होंने शिविर के आयोजन में सहयोग देने के लिए राजचंद्र मिशन का आभार व्यक्त किया।

तीन दिवसीय चिंतन शिविर के समापन अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, मुख्य सचिव एम. के. दास, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ. हसमुख अढिया, वरिष्ठ सचिव, जिला कलेक्टर, जिला विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहे। सामान्य प्रशासन विभाग के प्रशासनिक सुधार एवं प्रशिक्षण प्रभाग के सचिव हारित शुक्ला ने इस शिविर की सफलता के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

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