फगवाड़ा , नवंबर 29 -- पंजाब में फगवाड़ा पुलिस ने शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवाल और उनके पुत्र जिमी करवाल पर 18 नवंबर को हुए हमले के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दिनदहाड़े हुई इस दिल दहला देने वाली घटना से व्यापक आक्रोश फैल गया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर फगवाड़ा बंद का आह्वान किया गया था। अगले दिन शहर में आंशिक बंद रहा।

फगवाड़ा की पुलिस अधीक्षक माधवी शर्मा ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वाल्मीकि मोहल्ला निवासी तनिश उर्फ भिंदा पुत्र चरणजीत कुमार और सुभाष नगर, फगवाड़ा निवासी बलविंदर प्रसाद पुत्र सुनील सल्होत्रा के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों को फगवाड़ा न्यायिक न्यायालय में एसडीजेएम फगवाड़ा सुप्रीत कौर के समक्ष पेश किया गया, जहां से पुलिस ने आगे की पूछताछ के लिए दो दिन का रिमांड हासिल किया है। उन्होंने बताया कि हमले में शामिल अन्य संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने इस घटना के अगले ही दिन एक आरोपी कनौज को गिरफ्तार कर लिया था और घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि 18 नवंबर को इंद्रजीत करवाल और उनके पुत्र को हमलावरों के एक समूह ने घेर लिया और धारदार हथियारों और लाठियों से उन पर अचानक हमला कर दिया। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये और स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने, जिन्होंने इस अफरा-तफरी को देखा, उन्हें अस्पताल पहुंचाया। इस हमले से पूरे शहर में हड़कंप मच गया, जिसके बाद शिवसेना नेताओं और विभिन्न बाज़ार संघों ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया और शहरव्यापी बंद का आह्वान किया।

शिवसेना नेता के पुत्र जिमी करवाल द्वारा हमले की शुरुआत का पुलिस के खुलासा करने के बाद, इस घटना ने एक दिलचस्प मोड़ ले लिया है, और जांच अभी भी जारी है। इसके बाद से, पुलिस पूरी घटना और हमले के पीछे के कारणों का पता लगाने और इस पूरी घटना को सभी पीड़ितों के लिए न्यायोचित निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित