नयी दिल्ली , अक्टूबर 16 -- केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को यहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रगति की समीक्षा की एवं भावी कार्ययोजना को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। इस उच्च स्तरीय बैठक में ग्रामीण विकास सचिव शैलेश सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में अधिकारियों ने श्री चौहान को राज्यवार योजना की प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ पहाड़ी क्षेत्रों और कुछ राज्यों में प्राकृतिक आपदा के कारण कार्य गति थोड़ी थीमी हुई है, लेकिन बाकी सभी जगह कार्य सुचारू रूप से चालू है।
पूर्वोत्तर के राज्यों और छतीसगढ़ सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर बैठक में विशेष रूप से चर्चा हुयी। श्री चौहान ने पूर्वोत्तर में कामकाज को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये और कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित ग्रामीण विकास के अन्य विषय जिसमें मनरेगा, कौशल विकास, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन इत्यादि शामिल हैं, सभी को सम्मिलित करते हुए पूर्वोत्तर में ही मुख्यमंत्रियों और राज्य प्रतिनिधियों की सहभागिता के साथ विशेष बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इससे योजनाओं का व्यापक और समयबद्ध कार्यान्वयन संभव हो सकेगा।
बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के इस वर्ष दिसंबर, 2025 में 25 साल पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रव्यापी आयोजन को लेकर भी बातचीत हुयी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एक ऐतिहासिक पहल रही है। इस योजना ने ग्रामीण आबादी के जीवन में व्यापक बदलाव लाने का काम किया है। इस योजना के 25 वर्ष पूरे होना एक बड़ी उपलब्धि है।
केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 25 साल की सफल यात्रा पर रिपोर्ट जारी करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया, जिससे देशव्यापी स्तर पर सफल योजना की जानकारी लोगों तक पहुंच सके।
श्री चौहान ने सभी अधिकारियों से कार्य में और अधिक प्रगति लाने, यदि कही कोई रुकावटें और समस्यायें आ रही हों तो वहां त्वरित समाधान का रास्ता निकालते हुए राज्यों के समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़कों का निर्माण अच्छी गुणवत्ता के साथ समयबद्ध रूप हो, इसी ध्येय के साथ काम होना चाहिए।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित