बेंगलुरु , अक्टूबर 18 -- कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बायोकॉन की अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर वह विकास का काम अपने हाथ में लेना चाहें, तो सरकार उन्हें खुशी-खुशी ऐसा करने देगी।
श्री शिवकुमार ने मजूमदार-शॉ की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा, "अगर वह विकास करना चाहती हैं, तो उन्हें करने दीजिए। अगर वह आकर पूछेंगी, तो हम उन्हें सड़कें दे देंगे।"उपमुख्यमंत्री ने बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे में सरकार के चल रहे निवेश पर बोलते हुए कहा कि यह शहर राज्य के राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा, "बेंगलुरु शहर 6,000 करोड़ रुपये का कर अर्जित करता है। इस क्षेत्र के लोगों ने अधिक कर चुकाया है। हमने इस क्षेत्र के विकास के लिए धन आवंटित किया है।"उन्होंने कहा कि सरकार ने नागरिक सुधारों के लिए पहले ही पर्याप्त धनराशि स्वीकृत कर दी है। उन्होंने कहा, "हमने बेंगलुरु के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति दी है।"भारत के कॉरपोरेट क्षेत्र की एक प्रमुख हस्ती किरण मजूमदार-शॉ ने बेंगलुरु के खराब बुनियादी ढांचे, यातायात अव्यवस्था और नागरिक उपेक्षा पर बार-बार चिंता जताई है और अक्सर अधिकारियों से भारत के प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में शहर की वैश्विक छवि की रक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई का आग्रह करती रही हैं।
सुश्री मजूमदार-शॉ ने अपने एक ट्वीट में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, शिवकुमार और आईटी मंत्री प्रियांक खरगे को टैग करते हुए पूछा था कि सरकार सड़कों और नागरिक सुविधाओं में सुधार करके निवेश का समर्थन क्यों नहीं कर रही है।
सरकार ने अपने रिकॉर्ड का बचाव करते हुए कहा कि बुनियादी ढ़ांचे का काम जारी है और हो सकता है कि आगंतुक ने पूरी तस्वीर न देखी हो। मंत्री एमबी पाटिल ने विकास कार्य जारी रहने के दौरान सार्वजनिक आलोचना के प्रति भी आगाह किया और कहा कि हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और काम प्रगति पर है।
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