बेंगलुरु , नवंबर 17 -- कर्नाटक में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने सोमवार को दिल्ली में कर्नाटक कांग्रेस नेतृत्व की गतिविधियों पर सवाल उठाए और कहा कि संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को दरकिनार किया जा सकता है।
श्री अशोक ने पत्रकारों से बात करते हुए सवाल किया कि अगर मुख्यमंत्री में कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो डीके शिवकुमार के परिवार सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिल्ली क्यों आ रहे हैं। उन्होंने पूछा, "अगर मुख्यमंत्री नहीं बदला है, तो मल्लिकार्जुन खरगे के साथ ये बैठकें क्यों हो रही हैं?" जिससे सत्तारूढ़ कांग्रेस में आंतरिक चालबाज़ियों को लेकर अटकलों को बल मिला। उन्होंने राज्य सरकार की शासन के मोर्चे पर विफलता की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा "कैबिनेट फेरबदल डीके शिवकुमार को हाशिये पर धकेल सकता है। मंदिर जाना और पूजा-पाठ करना व्यर्थ होगा।" उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पार्टी के भीतर सत्ता का निर्धारण धार्मिक या प्रतीकात्मक कार्यों से नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रभाव से होगा।
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