पटना , अक्टूबर 03 -- बिहार सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि शिक्षा सेवकों को अब स्मार्टफोन के लिये एकमुश्त 10,000 रुपये की सहायता और शिक्षण सामग्री के लिये दी जाने वाली सालाना राशि को 3,405 से बढ़ाकर 12,000 रुपये कर दिया गया है।
शिक्षा विभाग के इस निर्णय से राज्य के 30,000 शिक्षा सेवकों को लाभ मिलेगा, जिनमें से 10,000 तालिमी मरकज से जुड़े हैं। ये शिक्षा सेवक महादलित, दलित, अल्पसंख्यक और अतिपिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिये चलाई जा रही अक्षर आंचल योजना के तहत कार्यरत हैं।
साथ ही विभाग ने कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति राशि में दोगुना बढ़ोतरी की है। इससे राज्य के लगभग 1.5 करोड़ छात्र- छात्राओं को सीधा लाभ मिलेगा। कक्षा एक से चार तक दी जाने वाली छात्रवृत्ति राशि को 600 प्रति वर्ष से बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति वर्ष कर दिया गया है। इसी प्रकार कक्षा पांच से छह के छात्रों की छात्रवृत्ति राशि को 1,200 प्रति वर्ष से बढ़ाकर 2,400 रुपया प्रति वर्ष कर दिया गया है और कक्षा सात से 10वीं के छात्रों की छात्रवृत्ति राशि को 1,800 प्रति वर्ष से बढ़ाकर 3,600 रुपया प्रति वर्ष कर दिया गया है।
बढ़ी हुई राशि मुख्यमंत्री बालक- बालिका छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत दी जायेगी, जिसकी शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी। इस योजना का उद्देश्य प्राथमिक, मध्य और माध्यमिक विद्यालयों में पढने वाले छात्र- छात्राओं को पठन- पाठन में सहायता देना है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित