जगदलपुर , अक्टूबर 04 -- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को बस्तर दशहरा के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में शामिल होने जगदलपुर पहुंचे। सदियों पुराने इस आदिवासी परिषद में किसी केंद्रीय गृह मंत्री का पहला आगमन है। परंपरागत रूप से, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इस आयोजन की अध्यक्षता करते रहे हैं, जिससे यह यात्रा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक घटनाक्रम बन गयी है।
इस हाई-प्रोफाइल आयोजन के लिए जगदलपुर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। अधिकारियों के अनुसार, सुचारु कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए 23 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी, 50 डीएसपी और 300 से अधिक सीआरपीएफ कर्मियों को तैनात किया गया है। एहतियात के तौर पर शहर में ड्रोन कैमरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गृह मंत्री ने मुरिया दरबार जाने से पहले, बस्तर की अधिठात्री देवी दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के देश की सुख स्मृद्धि की कामना की। बस्तर दशहरा के दौरान आयोजित यह दरबार आदिवासी नेताओं और सामुदायिक प्रतिनिधियों का एक प्रतीकात्मक समागम है, जो बस्तर की संस्कृति के गहरे लोकतांत्रिक लोकाचार को दर्शाता है।
बाद में, उनका लालबाग में स्वदेशी मेले में भी भाग लेने का कार्यक्रम है, जहां स्थानीय कारीगर और उत्पादक स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। इस कदम को स्थानीय संस्कृति के समर्थन और पारंपरिक शिल्पकला को बढ़ावा देने के एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
यह यात्रा दुनिया के सबसे लंबे समय तक चलने वाले त्योहार, बस्तर दशहरा और इसकी अनूठी आदिवासी विरासत पर राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती ध्यान को रेखांकित करती है।
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