जगदलपुर , अक्टूबर 04 -- केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जगदलपुर में बस्तर के विकास और नक्सलवाद के उन्मूलन पर जोर देते हुए कहा कि 2031 तक क्षेत्र के सभी गांवों में बिजली पहुंचेगी और स्कूल खुलेंगे।
श्री शाह ने इसके अलावा, 2026 तक बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त करने का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रत्येक गांव को नक्सल मुक्त कराने पर एक करोड़ रुपये दिये जायेंगे।
उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बस्तर के समग्र विकास के लिए संकल्पित हैं। सभी लोगों के बैंक खाते खुलेंगे और सभी मुख्य धारा में शामिल होंगे। हम आपसे आग्रह करते हैं कि नक्सलवाद से मुक्ति के लिए सहयोग करें।"मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर कहा कि पहली बार देश के गृह मंत्री मुरिया दरबार में भाग ले रहे हैं और बस्तर में नक्सलवाद समाप्ति की दिशा में अहम कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने मुरिया दरबार के ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री मांझी पहले अपने क्षेत्र की समस्याओं को राजा के समक्ष रखते थे और आज वही भूमिका विकास के नये रास्ते खोलने में दिखाई दे रही है।
इससे पहले राज्य के बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष बलराम मांझी ने मुरिया दरबार में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मंच से बस्तर में शांति स्थापना और स्थानीय विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जतायी।
श्री मांझी ने बस्तर में खनिज संपदा होने के बावजूद पर्याप्त विकास न होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने खनिज रायल्टी का अधिकतम उपयोग स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए किये जाने और बोधघाट परियोजना से संबंधित मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। मुरिया दरबार के लिए इस वर्ष 50 लाख रुपये का योगदान किया गया। कार्यक्रम में बस्तर के सभी प्रशासनिक प्रमुख उपस्थित रहे।
श्री शाह ने मुरिया दरबार जाने से पहले, बस्तर की अधिठात्री देवी दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के देश की सुख समृद्धि की कामना की। बस्तर दशहरा के दौरान आयोजित यह दरबार आदिवासी नेताओं और सामुदायिक प्रतिनिधियों का एक प्रतीकात्मक समागम है, जो बस्तर की संस्कृति के गहरे लोकतांत्रिक लोकाचार को दर्शाता है।बाद में, उनका लालबाग में स्वदेशी मेले में भी भाग लेने का कार्यक्रम है, जहां स्थानीय कारीगर और उत्पादक स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। इस कदम को स्थानीय संस्कृति के समर्थन और पारंपरिक शिल्पकला को बढ़ावा देने के एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
गृह मंत्री ने उपस्थित प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए बस्तर दशहरा में आने के लिए उनको धन्यवाद दिया।
इससे पहले श्री शाह का बस्तर हवाई अड्डे पर राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप, जनजाति कल्याण मंत्री राम विचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ,बस्तर सांसद महेश कश्यप, जगदलपुर विधायक किरण सिंह देव, कोंडागांव विधायक लता उसेंडी, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, विधायक कांकेर आशाराम नेताम जगदलपुर के महापौर संजय पांडेय, ब्रेवरेज कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, पूर्व विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और डी जी पी अरुण देव गौतम, प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदर राज पी., कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने स्वागत किया।
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