अमृतसर , नवंबर 10 -- श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी पर्व की 350वीं शताब्दी के उपलक्ष्य में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से आयोजित किए जा रहे विश्व स्तरीय धार्मिक समारोहों के मद्देनजर सोमवार को एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने जम्मू-कश्मीर के हिंदू समुदाय के प्रमुख नेताओं और कश्मीरी पंडित समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक की।
यह बैठक शताब्दी समारोह में जम्मू-कश्मीर के हिंदू समुदाय को शामिल करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, जिसमें शामिल हुए हिंदू नेताओं ने नगर कीर्तन के लिए पूर्ण समर्थन और शताब्दी समारोह में उपस्थित रहने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर एडवोकेट धामी ने कहा कि सिख इतिहास में कश्मीरी पंडितों का उल्लेख महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मुगलों के अत्याचारी काल में जब कश्मीरी पंडितों ने अपने धार्मिक अधिकारों की रक्षा के लिए श्री गुरु तेग बहादुर साहिब से गुहार लगाई, तो गुरु साहिब ने उनकी धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान देने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक बंधन को और मज़बूत करने के लिए, एसजीपीसी 15 नवंबर को कश्मीर के गुरुद्वारा साहिब मटन से एक विशेष नगर कीर्तन का आयोजन कर रही है, जो कश्मीर से शुरू होकर विभिन्न राज्यों से होता हुआ श्री आनंदपुर साहिब पहुँचेगा। कश्मीर से आने वाला यह नगर कीर्तन श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले मुख्य शताब्दी समारोह में कश्मीरी पंडितों और हिंदू समुदाय की भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण होगा।
एडवोकेट धामी ने कहा कि नौवें गुरु की शहादत ने भारत की साझी संस्कृति और धार्मिक सद्भाव की मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी देश-विदेश में शहीदी शताब्दी को समर्पित कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जिसके माध्यम से गुरु साहिब की शहादत की अवधारणा का संदेश वैश्विक स्तर पर पहुँचाया जा रहा है।
बैठक के दौरान, कश्मीर के हिंदू नेताओं की ओर से श्री राजेश गुप्ता ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बलिदान ने लोगों को अपने धर्म, संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्रेरित किया। उनकी शहादत के शताब्दी वर्ष के अवसर पर, सिखों के साथ-साथ हिंदू समुदाय में भी गुरु साहिब को श्रद्धांजलि देने के लिए भारी उत्साह है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी की यह पहल आपसी भाईचारे के लिए एक बड़ा प्रयास है। उन्होंने शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष से धार्मिक नेतृत्व जारी रखने की अपील की।
इस बीच, एसजीपीसी अध्यक्ष धामी ने जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों और जम्मू-कश्मीर के सिख नेताओं के साथ बैठक की और 15 नवंबर को गुरुद्वारा मटन साहिब कश्मीर से आयोजित किए जा रहे नगर कीर्तन की व्यवस्था पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 14 नवंबर की रात को गुरुद्वारा शहीद बुंगा साहिब बडगाम जम्मू-कश्मीर में गुरमत समागम का आयोजन किया जाएगा और 15 नवंबर को गुरुद्वारा मटन साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद नगर कीर्तन शुरू होगा। उन्होंने संगत से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की।
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