लखनऊ, सितम्बर 30 -- उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त एक बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए इसके मास्टरमाइंड मोहम्मद रज़ा को केरल के मल्लपुरम से गिरफ्तार किया है।

रजा, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर के अंडौली गांव का रहने वाला है और बीते समय से केरल में ठिकाना बनाकर सक्रिय था। इससे पहले कानपुर, रामपुर, सोनभद्र और सुल्तानपुर से चार आरोपी पकड़े गए थे।

एटीएस अधिकारियों के अनुसार यह गिरोह 'मुजाहिद आर्मी' के नाम से संगठन बना रहा था जिसका मकसद प्रदेश में दंगे भड़काना, गैर-मुस्लिम धर्मगुरुओं की टारगेट किलिंग और देश में हथियारों के बल पर शरिया कानून लागू करना था। पकड़े गए आरोपियों पर आरोप है कि वे पाकिस्तानी कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित होकर लगातार मीटिंग करने और सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए लोगों को भड़काने में जुटे थे।

पुलिस उपाधीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि कानपुर के सुजातगंज से मोहम्मद तौसीफ, सुल्तानपुर से अक़मल रज़ा, सोनभद्र से सफील सलमानी उर्फ अली रज़वी और रामपुर के क़ासिम अली को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये सभी लोग ऑडियो-वीडियो संदेशों के माध्यम से कट्टरपंथी विचारधारा फैलाते थे और हथियारों की खरीद के लिए विभिन्न माध्यमों से फंडिंग जुटाते थे। गिरोह द्वारा जमा की गई अधिकांश रकम मास्टरमाइंड मोहम्मद रज़ा के बैंक खाते में आती थी।

एटीएस जांच पड़ताल में सामने आया है कि गिरोह ने गैर-मुस्लिम धार्मिक प्रमुखों की टारगेट किलिंग की गहरी साजिश रची थी। यह भी बताया गया कि आरोपी हिंसक जिहादी साहित्य इकट्ठा करते और उसका प्रचार कर युवाओं को प्रभावित कर रहे थे।

रज़ा को नियमानुसार ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है, जहां उसे विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा। अधिकारी मानते हैं कि उसके नेटवर्क की परतें खुलने के बाद इस पूरे मामले में और भी अहम खुलासे हो सकते हैं। फिलहाल एटीएस ने लखनऊ थाना में केस दर्ज कर सभी आरोपियों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है।

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