जैसलमेर , नवम्बर 29 -- राजस्थान के जैसलमेर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को जैसलमेर- दिल्ली (शकूरबस्ती) नयी विशेष रेलसेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे। श्री वैष्णव ने जनभावनाओं के अनुरूप इस रेल सेवा का नामकरण 'स्वर्ण नगरी एक्सप्रेस' करने की घोषणा की।

समारोह में श्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान में भारतीय रेल उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। रेलवे दिन-प्रतिदिन नये आयाम स्थापित कर रही है। श्री मोदी के मार्गदर्शन में हम भारतीय रेलवे की विकास यात्रा को नयी ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में रेल विकास को लेकर अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं, जिसमे करीब 55 हजार करोड़ रुपये के कार्य प्रगति पर हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में रेल नेटवर्क का विस्तार करने के क्रम में अनूपगढ़ से खाजूवाला, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर होकर भाभर तक नयी लाइन के कार्य के प्रस्ताव विभिन्न चरणों में प्रगति पर हैं। इन लाइनों के निर्माण से आमजन को सुविधा होने के साथ-साथ सेना के लिये भी महत्वपूर्ण रहेगी।

श्री वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में श्री मोदी द्वारा रेलवे को पर्याप्त बजट का आवंटन किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप रेल विकास को गति प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से पूर्व राजस्थान में प्रति वर्ष औसतन मात्र 680 करोड़ रुपये बजट आवंटित होता था जो बढ़कर करीब 10 हज़ार करोड़ रुपये हो गया है। पोकरण स्टेशन पर रेल सुविधाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि रामदेवरा-पोकरण वाया भैरव गुफा, कैलाश टेकरी नई रेल लाइन का कार्य पूरा होने पर सभी गाड़ियों का ठहराव इस स्टेशन पर किया जाएगा। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को इस लाइन का कार्य युद्ध स्तर पर करने के लिए दिशा निर्देश प्रदान किये।

श्री वैष्णव ने जैसलमेर-दिल्ली (शकूर बस्ती) एक्सप्रेस का नाम आज से ही स्वर्ण नगरी एक्सप्रेस करने एवं जैसलमेर स्टेशन पर द्वितीय प्रवेश द्वार बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कोचिंग डिपो के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये ताकि जैसलमेर से अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सके। उन्होंने जैसलमेर स्टेशन के पुनर्विकास के बारे में बताते हुए कहा कि 140 करोड़ रुपये की लागत से इसका स्टेशन का कायाकल्प किया गया है और जल्द ही इसके शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया जाएगा। श्री वैष्णव ने कहा कि राजस्थान में करीब चार हजार करोड़ रुपये की लागत से 85 स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में रेलवे के आधारभूत ढांचा मज़बूत होने के कारण छह जोड़ी वंदेभारत एवं एक जोड़ी अमृत भारत तथा अन्य ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। पिछले छह महीने में इस ट्रेन सहित आठ नयी ट्रेनों का संचालन प्रारंभ किया गया है। साथ ही उन्होंने जैसलमेर से जोधपुर तक लाइन के पटरियों के नवीनीकरण के कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिये।

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