सूरत , अक्टूबर 13 -- रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को आरपीएफ के लिए उन्नत तकनीकी उन्नयन प्रशिक्षण पहल की घोषणा की।

श्री वैष्णव ने आज आरपीएफ क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र, वलसाड में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की स्थापना दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान,उन्होंने यात्रियों की जान बचाने में उनके साहसी प्रयासों के लिए 41 आरपीएफ कर्मियों को सम्मानित किया, जिन्हें सराहनीय सेवा के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पदक, जीवन रक्षा पदक आदि से सम्मानित किया गया था। ये पुरस्कार देश के रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा में आरपीएफ की अनुकरणीय सेवा को दर्शाते हैं तथा बल के अन्य सदस्यों को नए जोश के साथ अपने समर्पित प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित करेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने आरपीएफ परेड की औपचारिक सलामी भी ली, जो अनुशासन और प्रतिबद्धता का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन था। उन्होंने परेड के दौरान कर्मियों द्वारा प्रदर्शित अनुशासन, सटीकता और समर्पण के उच्च स्तर की सराहना की।

श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में आरपीएफ कर्मियों को उनके स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई दी और यात्रियों एवं रेल संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनके अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने हाल ही में हुए महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुरक्षित एवं सुगम यात्रा सुनिश्चित करने में आरपीएफ की उल्लेखनीय सेवा की भी सराहना की।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल एक ऐतिहासिक परिवर्तन के दौर से गुज़र रहा है। पिछले 11 वर्षों में, लगभग 35,000 किलोमीटर नई रेल पटरियाँ बिछाई गई हैं और 99 प्रतिशत रेलवे नेटवर्क (लगभग 60,000 किलोमीटर) का विद्युतीकरण किया जा चुका है। वर्तमान में लगभग 150 वंदे भारत और 30 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जो यात्रियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करती हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1300 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिनमें से 110 स्टेशनों का उद्घाटन हो चुका है और शेष पर काम तेज़ी से प्रगति पर है।

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