सागर , अक्टूबर 27 -- मध्यप्रदेश में क्षेत्रफल में सबसे बड़े सागर जिले स्थित वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में चीतों की बसाहट के लिए नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने तैयारियों के लिए सेंट्रल कैपा फंड से बजट दिया है।
इसके बाद अब सागर और दमोह जिले में फैले इस टाइगर रिजर्व में 4 क्वारेंटाइन बोमा और एक सॉफ्ट रिलीज बोमा तैयार किए जाएंगे।
यहां 15 साल पहले चीतों की बसाहट के लिए सर्वे हुआ था। उस समय ये नौरादेही अभयारण्य था। इसकी तीन रेंज मुहली, सिंहपुर और झापन को इस वन्यजीव की बसाहट के अनुकूल माना गया था।
जनसंपर्क कार्यालय सागर से जारी समाचार के अनुसार सिंघपुर रेंज को क्वारंटीन बोमा साइट के रूप में चुना जा सकता है। यह देश का ऐसा पहला टाइगर रिजर्व होगा जहां बाघ, तेंदुए व चीते एक ही जगह देखे जाएंगे।
वहीं भारतीय वन्य जीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) देहरादून की टीम ने चीते की बसाहट के लिए दो नए स्थान चिन्हित किए थे। उनमें गुजरात के बन्त्री ग्रासलैंड रिजर्व के अलावा सागर के इस टाइगर रिजर्व को शामिल किया गया है। डब्ल्यूआईआई भारत के चीता प्रोजेक्ट की नोडल एजेंसी भी है। अगले वर्ष तक यहां चीते आने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व देश का पहला ऐसा वाइल्ड लाइफ एरिया होगा जहां बिग केट फैमिली के तीन सदस्य एक साथ होंगे। अभी रिजर्व में बाघाें और तेंदुए की बसाहट है। चीतों के आने से इस परिवार की तीन प्रजातियां हो जाएंगी।
डब्ल्यूआईआई ने देश में सबसे पहले सागर के इस टाइगर रिजर्व को चिह्नित किया था। वर्ष 2010 में यहां पहला सर्वे हुआ था। राष्ट्रीय बाध संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के डीआईजी डॉ. वीवी माथुर और डब्ल्यूआईआई के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने डिप्टी डायरेक्टर डॉ. एए अंसारी के साथ वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व की तीनों रेंज मुहली, झापन और सिंहपुर का दो दिन तक मैदानी मुआयना किया था।
एनटीसीए ने स्पष्ट किया है कि अगली बसाहट राजस्थान या गुजरात में नहीं होगी। चीतों की संख्या मध्यप्रदेश में ही बढ़ाई जाएगी। संभावना है कि अगले साल दक्षिण अफ्रीका से अगली खेप लाई जाए। अगर अफ्रीका से चीते नहीं आते, तो कूनो में जन्मे शावक, जो अगले साल तक वयस्क हो जाएंगे, उन्हें नौरादेही शिफ्ट किया जाएगा।
इसी बीच पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) शुभ रंजन सेन ने बताया कि नौरादेही को शुरुआत से ही चीता आवास के रूप में चिह्नित किया गया था। जब कूनो में चीते लाए गए थे तभी सर्वे के आधार पर नौरादेही में शिफ्टिंग की मंजूरी लगभग मिल चुकी थी। जो बजट मिला है उससे 4 क्वारेंटाइन बोमा और 1 सॉफ्ट रिलीज बोमा के अलावा अन्य तैयारियां की जाएंगी।
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