मॉस्को, सितंबर 26 -- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को घोषणा की कि उनका देश 2030 में टॉम्स्क क्षेत्र में विश्व की पहली बंद ईंधन चक्र (क्लोज्ड फ्यूल साइकिल) वाली परमाणु ऊर्जा प्रणाली शुरू करेगा, जिसमें 95 प्रतिशत प्रयुक्त ईंधन को बार-बार रिएक्टरों में पुन: उपयोग किया जाएगा।
श्री पुतिन ने ग्लोबल एटॉमिक फोरम में अपने संबोधन में कहा "ओईसीडी के अनुमानों के अनुसार सभी यूरेनियम संसाधन, जो लगभग 80 लाख टन हैं, मौजूदा परिदृश्य में 2090 तक पूरी तरह समाप्त हो जाने की संभावना है। इसमें कमी 2060 के दशक में ही शुरू हो सकती है।"यह फोरम विश्व परमाणु सप्ताह के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जो रूस के परमाणु उद्योग की 80वीं वर्षगांठ पर मन रहा है और इसका थीम 'नए तकनीकी प्रतिमान से नए विश्वदृष्टिकोण तक' है।
श्री पुतिन ने कहा, "चूंकि एक-चौथाई यूरेनियम भंडार उन खदानों में हैं जहां यूरेनियम उप-उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है, हम 2030 तक टॉम्स्क क्षेत्र में विश्व की पहली बंद ईंधन चक्र वाली परमाणु ऊर्जा प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहे हैं।" उन्होंने इसे रूसी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा विकसित एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा कि बंद ईंधन चक्र से लगभग 95 प्रतिशत प्रयुक्त ईंधन को रिएक्टरों में दोबारा उपयोग किया जा सकेगा।
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