मुंबई , नवंबर 08 -- मुंबई पुलिस ने मराठा समुदाय के कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल और पांच अन्य को समन जारी कर हाल ही में मराठा आरक्षण विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित उल्लंघनों के संबंध में 10 नवंबर को आज़ाद मैदान पुलिस थाने में पेश होने का निर्देश दिया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन व्यक्तियों को निर्धारित तिथि को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच जाँच अधिकारियों के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया है। यह समन उन शिकायतों के बाद जारी किया गया है जिनमें आरोप लगाया गया है कि आज़ाद मैदान में हुए विरोध प्रदर्शन, जिसमें हज़ारों लोग शामिल हुए थे, ने अनुमत सीमा का उल्लंघन किया और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित किया।

उन्होंने कहा कि आंदोलन में अनधिकृत भाषण, जुलूस और सभाएँ शामिल थीं, जिसमें मौजूदा पुलिस नियमों और बॉम्बे उच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन किया। यह जाँच 02 सितंबर को जरांगे पाटिल के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन से शुरू हुई है, जिसमें मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के अधिकार की मांग की गई थी, जबकि पुलिस ने सभा के लिए पूर्व अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

इस घटना के बाद बॉम्बे उच्च न्यायालय ने आंदोलन को तत्काल रोकने का आदेश दिया, जिसके बाद जरांगे पाटिल ने सभी विरोध प्रदर्शन गतिविधियों को स्थगित कर दिया। राज्य सरकार द्वारा कार्यकर्ता की प्रमुख माँगों को स्वीकार करने की घोषणा के तुरंत बाद यह घटना समाप्त हो गई, जिससे राज्य भर में तनाव कम हो गया।

अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आज़ाद मैदान पुलिस ने जनसभा और व्यवस्था संबंधी नियमों के कथित उल्लंघन के लिए जरांगे पाटिल सहित दस व्यक्तियों के खिलाफ औपचारिक मामला दर्ज किया है।

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