लेहरा , अक्टूबर 04 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने निहित राजनीतिक स्वार्थों के लिए राज्य की प्रगति में बाधायें पैदा करने के लिए विपक्ष की कड़ी आलोचना की।
श्री मान ने शनिवार को यहां कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता सरकार को बदनाम करने की बेतहाशा कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन ठोस मुद्दों के अभाव में वे बुरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में वापसी की उम्मीद लगाये बैठे हैं, लेकिन लोगों की आकांक्षाओं की लगातार अनदेखी करने के कारण उनका भविष्य तय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उनके कार्यों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और अब उनके पिछले पापों को उजागर करके सच्चाई उजागर कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इन नेताओं ने राज्य और उसकी जनता की पीठ में छुरा घोंपा है और कहा कि वे अपने पापों की सजा भुगत रहे हैं।
अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं, जिससे दूसरे देशों में पलायन का चक्र टूट रहा है और युवा पीढ़ी में आशा का संचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य की प्रगति और विकास तथा लोगों की समृद्धि के लिए अथक प्रयास कर रही है। शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, मुख्यमंत्री ने ग्रामीण युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु गांवों में नये पुस्तकालय और कॉलेज स्थापित करने की घोषणा की। श्री मान ने अनुसूचित जाति, खेतिहर मजदूरों और अन्य वंचित वर्गों के लिए शुरू की गयी कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 4,150.42 करोड़ रुपये की लागत से राज्य में 19,491.56 किलोमीटर ग्रामीण संपर्क सड़कों की मरम्मत और उन्नयन के लिए एक बड़ी परियोजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को सुविधा प्रदान करना है क्योंकि ये संपर्क सड़कें लोगों के आवागमन और वस्तुओं एवं सेवाओं के सुचारू परिवहन में उत्प्रेरक का काम करती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा बल (एसएसएफ) की शुरुआत से पंजाब में सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में 48-49 प्रतिशत की कमी आयी है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना की है और अन्य राज्यों से इसे अपनाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने लहरागागा में पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के नये कार्यालय परिसर की आधारशिला रखी। उन्होंने बताया कि इस परिसर का निर्मित क्षेत्रफल 10,000 वर्ग फुट होगा और यह 2.34 एकड़ भूमि पर फैला होगा। श्री मान ने बताया कि इस परिसर की कुल लागत 4.69 करोड़ रुपये होगी और परियोजना 18 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने बताया कि परिसर में दो उप-मंडल कार्यालय (शहरी लहरागागा और ग्रामीण लहरागागा) और एक शिकायत केंद्र होगा, जिसका उद्देश्य स्थानीय निवासियों को बेहतर सेवायें प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि पहले पीएसपीसीएल का एक कार्यालय बहुत पुरानी इमारत में और दूसरा किराए के भवन में संचालित होता था, जिससे सार्वजनिक सेवाओं और प्रशासनिक कार्यों में काफी कठिनाई होती थी। अब लोग एक ही छत के नीचे बिजली से जुड़ी कई सेवायें प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार हर घर को 600 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है।
श्री मान ने लहरागागा में एक नये तहसील परिसर की आधारशिला भी रखी और बताया कि इस परियोजना पर 15.92 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के 30 जुलाई, 2026 से पहले पूरा होने की उम्मीद है और भवन का कवर्ड एरिया 51,881 वर्ग फुट होगा।
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