जयपुर , दिसंबर 14 -- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक समाचार पत्र में विधायक निधि में भ्रष्टाचार संबंधी रिपोर्ट को अत्यंत गंभीर और चिंताजनक विषय बताते हुए इस मामले की जांच एक उच्च स्तरीय समिति से कराने के निर्देश दिये हैं।

श्री शर्मा ने सोशल मीडिया पर कहा कि आज एक प्रमुख समाचार पत्र में विधायक निधि में भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित हुई है। यह अत्यंत गंभीर और चिंताजनक विषय है। किसी भी लोकसेवक द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार की नीति पूर्णतः जीरो टॉलरेंस की है। कोई भी व्यक्ति कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो, यदि भ्रष्टाचार में दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को राज्य के मुख्य सतर्कता आयुक्त (अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह) की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति से जांच कराने के निर्देश दिये हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के एमएल एलएडी के खाते भी फ्रीज कर दिये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने सुबह जयपुर में जल महल की पाल पर आयोजित राज्य स्तरीय स्वच्छता जागरूकता एवं श्रमदान कार्यक्रम में भी कहा कि जिसने भी भ्रष्टाचार किया है, उसे किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। जनता का पैसा लूटने के लिए नहीं होता। जनता का पैसा जनता के हित में और जनकल्याणकारी योजनाओं में लगना चाहिए। मगर भ्रष्टाचारियों ने उस पैसे को कहां से कहां पहुंचा दिया।

उल्लेखनीय है कि रविवार को एक समाचार पत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रेवंतराम डांगा , कांग्रेस विधायक अनीता जाटव और निर्दलीय विधायक रितु बनावत द्वारा विकास कार्यों की अनुशंसा करने के लिये कमीशन लेने के बारे में खबर प्रकाशित हुई थी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित