मुंबई , दिसंबर 02 -- बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिये मशहूर विद्या बालन की फिल्म द डर्टी पिक्चर' के प्रदर्शन के 14 साल पूरे हो गये हैं।
एकता कपूर निर्मित और मिलन लुथरिया निर्देशित सुपरहिट फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' 02 दिसंबर 2011 को रिलीज़ हुई थी। दक्षिण भारतीय फिल्म अभिनेत्री सिल्क स्मिता के जीवन से प्रेरित फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' में विद्या बालन , नसीरउद्दीन साह, इमरान हाशमी और तुषार कपूर ने मुख्य भूमिका निभायी थी। सिल्क स्मिता का जन्म 02 दिसंबर 1960 को हुआ था। 23 सितंबर, 1996 को सिल्क स्मिता अपने घर में मृत पाई गईं। हालांकि उनकी मौत को आत्महत्या बताया गया, लेकिन इसके पीछे का असली कारण आज भी एक रहस्य बना हुआ है।
एकता कपूर की दूरदर्शी सोच और विद्या बालन के सहज अभिनय से सजी फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' ने यह साबित कर दिया कि हीरोइन सिर्फ "सहायक किरदार" नहीं, बल्कि कहानी की धुरी भी हो सकती है।
विद्या बालन द्वारा निभाई गई सिल्क की भूमिका आज भी पिछले दो दशकों के सबसे यादगार और प्रभावशाली प्रदर्शन में गिनी जाती है। उन्होंने इस किरदार में साहस, भावनात्मक गहराई, नज़ाकत और उन्मुक्तता को ऐसे पिरोया कि सिल्क एक जीवित, धड़कता हुआ चरित्र बन गई, जो अंदर से टूटी होने के बावजूद मज़बूत थी और अपनी चाहतों से भरी एक भावुक इंसान थी, जो बदले में प्यार चाहती थी।
उस दौर में अपने अभिनय से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की दशा और दिशा को बदलने वाली फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' के ज़रिये अपने दर्शकों पर अपनी गहरी छाप छोड़नेवाली विद्या बालन को कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था, जिनमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार के साथ कई पुरस्कार भी मिले थे।
इसी फिल्म ने विद्या बालन को भारतीय सिनेमा की सबसे शक्तिशाली और सम्मानित अभिनेत्रियों में स्थापित किया। सिर्फ यही नहीं आज भी कई फ़िल्मकार मानते हैं कि इस फ़िल्म ने बॉलीवुड में महिला प्रतिनिधित्व की भाषा बदल दी। और आज 14 साल बाद भी यह फ़िल्म उतनी ही प्रासंगिक है।
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