जालंधर, 27 सितंबर (वार्ता ) पंजाब में जालंधर जिला प्रशासन द्वारा 'चेतना' प्रोजेक्ट का विस्तार करते हुए अब स्कूली विद्यार्थियों को बुनियादी जीवन रक्षक कौशल के साथ-साथ वित्तीय साक्षरता और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने संबंधी प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों और जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्हें उचित और विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को संबंधित स्कूलों के साथ पहले से ही ताल-मेल स्थापित करने की हिदायतें दीं, जिनमें यह प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है।उन्होंने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण 6वीं से 8वीं और 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रशिक्षकों और शिक्षकों की मदद से प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास नई पीढ़ी को आज के जीवन से संबंधित आवश्यक ज्ञान देने और आधुनिक समय की चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि चेतना प्रोजेक्ट के तहत प्राथमिक सहायता, सी.पी.आर., आपातकालीन परिस्थितियों में मरीज/घायल को तुरंत सहायता प्रदान करने के बारे में विद्यार्थियों को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।उन्होंने बताया कि वित्तीय साक्षरता के तहत विद्यार्थियों को बजट बनाने, बचत, निवेश आदि के बारे में जागरूक किया जाएगा, जिससे वे भविष्य में अपने वित्त का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में सक्षम होंगे। वहीं, वर्तमान समय में बढ़ रही डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन सुरक्षा, साइबर क्राइम से बचाव और डिजिटल जागरूकता के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थी न केवल स्वयं को सुरक्षित रख पाएंगे, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी जागरूक कर सकेंगे।

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