बेंगलुरु , अक्टूबर 12 -- कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने रविवार को उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि वह सामंती अहंकार दिखा रहे और लोकतांत्रिक मानदंडों को कमजोर कर रहे हैं।
श्री विजयेंद्र की यह टिप्पणी राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसंपर्क कार्यक्रम को लेकर छिड़े विवाद के बाद आयी है जहां के विधायक भाजपा से मुनिरत्न हैं। यह कार्यक्रम कथित तौर पर श्री शिवकुमार की देखरेख में आयोजित किया गया था लेकिन वहां श्री मुनिरत्न को आमंत्रित सूची से बाहर रखा गया था।
विजयेंद्र ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में सामंती संस्कृति के लिये कोई जगह नहीं है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने एक चुने हुए प्रतिनिधि का अपमान किया और संविधान और लोकतंत्र दोनों को अनादर किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि श्री शिवकुमार ने कार्यक्रम के दौरान न केवल मुनिरत्न को नजरंदाज किया बल्कि उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया और यहाँ तक कि श्री मुनिरत्न द्वारा पहनी गई आरएसएस की वर्दी का भी अपमान किया। श्री विजयेंद्र ने इसे अहंकार की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि उच्च पद पर आसीन नेता के लिए ऐसा आचरण शोभा नहीं देता।
श्री विजयेंद्र की सबसे तीखी टिप्पणी तब आई जब उन्होंने कहा, "सत्ता स्थायी नहीं होती यह लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता द्वारा दी गई भीख है और इसे समझे बिना व्यवहार करना बेहद निंदनीय है।" राजनीतिक सत्ता को नागरिकों द्वारा दी जाने वाली "भिक्षा" के बराबर बताने वाली यह टिप्पणी श्री शिवकुमार के 'अनुचित' व्यवहार पर सीधा हमला मानी जा रही है।
उन्होंने कहा कि श्री शिवकुमार का यह व्यवहार अधिनायकवाद को दर्शाता है। वे जो सत्ता को अस्थायी और लोगों की इच्छा के विषय को समझने में विफल रहे वह जल्द उसका सामना करेंगे।
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