नयी दिल्ली , दिसंबर 12 -- केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने हस्तशिल्प परंपराओं के बारे में जागरूकता , उद्यमिता निर्माण और मजबूत हस्तशिल्प समूहों के गठन को सुगम बनाने के उद्येश्य से देश भर में चलाये जाने वाले अपने चौपाल कार्यक्रम का राजधानी में शुभारंभ किया।

वस्त्र मंत्रालय की सचिव नीलम शमी राव की उपस्थिति में चौपाल कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय हस्तशिल्प सप्ताह समारोह के अंतर्गत किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय द्वारा किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शमी राव के साथ मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राज्यों के नोडल अधिकारी और हस्तशिल्प क्षेत्र के हितधारक उपस्थित थे।

सुधार, प्रदर्शन, रूपांतरण और सूचना के मूलमंत्र से प्रेरित इस कार्यक्रम के तहत 100 हस्तशिल्प आकांक्षी जिलों में कारीगरों के नामांकन, योजना के बारे में जागरूकता, कौशल विकास और उद्यमिता विकास के लिए जिला स्तर पर स्थायी चौपाल स्थापित किए जाएंगे।

वस्त्र सचिव ने भारत के जीवंत हस्तशिल्प पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और जमीनी स्तर पर कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि चौपाल कार्यक्रम शिल्प के प्रति जागरूकता बढ़ाने, युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने और उद्यमिता के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक परिवर्तनकारी मंच के रूप में कार्य करेगा, जिससे हस्तशिल्प समूहों में स्थायी आजीविका में योगदान मिलेगा।

उन्होंने कार्यक्रम के शुभारंभ पर चौपाल किट वितरित किए जिनमें ऑडियो-विजुअल सामग्री और आवश्यक उपकरण शामिल थे, ताकि जिला स्तर पर संवादात्मक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें। इन किटों से प्रदर्शन, जागरूकता सत्र, क्षमता निर्माण कार्यशालाएं और कारीगरों का डिजिटल पंजीकरण सुगम होगा।

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