लखनऊ , दिसम्बर 27 -- उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा भविष्य की चुनौतियों से निपटने की रणनीति तय करने के उद्देश्य से लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन शनिवार से शुरू हो गया। पहले दिन सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की और प्रदेश की कानून-व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने बीते 7-8 वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए सुधारों, नवाचारों और सख्त कार्रवाई की समीक्षा की। बैठक में सुरक्षा, सुशासन और अपराध पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर व्यापक मंथन किया गया।

सम्मेलन में प्रदेश में पुलिसिंग को लेकर बदली हुई धारणा, कानून-व्यवस्था में आए ठोस सुधार और अपराध नियंत्रण के लिए अपनाई गई रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष बीते वर्षों में लागू किए गए तकनीकी और प्रशासनिक नवाचारों की प्रस्तुति दी।

बैठक का एक प्रमुख एजेंडा भविष्य की पुलिसिंग के लिए स्पष्ट रोडमैप तैयार करना रहा। इसमें संगठित अपराध, साइबर क्राइम, महिला सुरक्षा, साम्प्रदायिक सौहार्द, त्वरित न्यायिक प्रक्रिया और आधुनिक तकनीक के उपयोग जैसे विषयों पर विशेष फोकस किया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति को और सख्ती से लागू किया जाए तथा जनता में सुरक्षा की भावना और अधिक मजबूत की जाए। उन्होंने कहा कि सुशासन की बुनियाद मजबूत कानून-व्यवस्था पर टिकी होती है।

सम्मेलन में यह भी चर्चा हुई कि वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के सामने कानून-व्यवस्था को लेकर कौन-कौन सी चुनौतियां हैं और उनसे निपटने के लिए पुलिस को किस प्रकार खुद को और सक्षम बनाना होगा।

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