नागपुर , दिसंबर 12 -- वरिष्ठ पत्रकार और विदर्भ राज्य के लंबे समय से पैरोकार प्रकाश पोहरे को शुक्रवार को नागपुर विधान भवन में सुरक्षाकर्मियों ने उस समय हिरासत में ले लिया जब उन्होंने विदर्भ राज्य के अलग होने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

पोहरे ने विधानसभा की सीढ़ियों के पास कथित तौर नारे लगाते हुए कहा कि "विदर्भ को तुरंत अलग होना चाहिए" और महाराष्ट्र को "दिवालिया" बताया। सुरक्षाकर्मियों ने पहले तो उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं रुके, जिसके चलते उन्हें हिरासत में लिया गया।

मुख्य सुरक्षा कार्यालय ले जाते समय पोहरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र पर 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, जिससे विदर्भ में विकास असंभव हो गया है।

उन्होंने विधानसभा सत्रों की संक्षिप्त अवधि की भी आलोचना की और उन्हें "हास्यास्पद" बताते हुए कहा कि जनता एक महीने से कम समय के सत्रों को स्वीकार नहीं करेगी।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर टिप्पणी करते हुए श्री पोहरे ने कहा कि फडणवीस ने पहले अलग विदर्भ के लिए समर्थन व्यक्त किया था, लेकिन पदभार संभालने के बाद उन्होंने इस मुद्दे को त्याग दिया।

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