हैदराबाद , अक्टूबर 14 -- भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को मंगलवार को उस समय बल मिला जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता अली मस्कती और पूर्व तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) नेता शकीला रेड्डी पार्टी में शामिल हो गए।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव (केटीआर) ने नंदीनगर स्थित अपने आवास पर पार्टी के पारंपरिक गुलाबी गमछा भेंट कर नए सदस्यों का स्वागत किया।
इस अवसर पर अली मस्कती ने कहा कि उन्होंने बीआरएस में शामिल होने का फैसला इसलिए किया क्योंकि यह एक "सच्ची धर्मनिरपेक्ष पार्टी" है जो पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में सभी समुदायों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार धर्मनिरपेक्ष नहीं है। श्री राव के नेतृत्व में, अल्पसंख्यकों ने कई कल्याणकारी पहलों के माध्यम से उल्लेखनीय प्रगति देखी। दुर्भाग्य से वर्तमान सरकार ने अल्पसंख्यक कल्याण की पूरी तरह उपेक्षा की है।"उन्होंने श्री राव की एक "सच्चे धर्मनिरपेक्ष नेता" के रूप में सराहना की, जिन्होंने समावेशी विकास और दूरदर्शी शासन सुनिश्चित किया।
शकीला रेड्डी ने कहा कि वह श्री राव के नेतृत्व और तेलंगाना के लिए श्री रामाराव के दृष्टिकोण से प्रेरित हैं। बीआरएस शासन के दौरान, राज्य ने ऐतिहासिक विकास देखा, लेकिन वर्तमान सरकार कोई भी नयी पहल शुरू करने में विफल रही है। लोग एक बार फिर प्रगति और स्थिरता के लिए श्री राव के नेतृत्व की ओर देख रहे हैं।
सुश्री रेड्डी ने आगामी जुबली हिल्स उपचुनाव में बीआरएस उम्मीदवार के लिए सक्रिय रूप से प्रचार करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी घोषणा की और पार्टी की निर्णायक जीत का विश्वास व्यक्त किया।
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