रायपुर/अंबिकापुर, सितंबर 26 -- छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस.सिंह देव की चिट्ठी पर वन महानिदेशक, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन, केंद्र सरकार ने संज्ञान लिया है।

वन महानिदेशक ने प्रमुख सचिव (वन) छत्तीसगढ़ लिखकर यह कहा है कि धार्मिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय एवं धरोहर 'रामगढ़ पहाड़ी' के संभावित खतरों की जांचकर न्यायोचित कार्रवाई करें, न्यायोचित कार्रवाई की सूचना वन महानिदेशक कार्यालय को भी दें।

गौरतलब है कि टी.एस. सिंहदेव ने रामगढ़ पहाड़ी को लेकर एक लंबी प्रेस वार्ता अंबिकापुर में ली थी। प्रेस वार्ता से पहले उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ कई कई दौर की बैठकें की थीं। श्री सिंहदेव की इस सक्रियता के बाद भाजपा छत्तीसगढ़ ने एक जांच दल का गठन किया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जांच दल रामगढ़ पहाड़ी और आसपास के इलाकों का दौरा करके यह बताया था कि ताजा खनन कार्यों से रामगढ़ पहाड़ी को कोई खतरा नहीं है।

भाजपा के जांच दल के तथ्यों को काउंटर करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी एक जांच दल का गठन किया था। कांग्रेस के जांच दल ने खनन के कारण पहाड़ों का दरकना शुरू हो चुका है की रिपोर्ट दी है श्री बैज को। जांच दल में शामिल दोनों ही दलों के संयोजकों/सदस्यों ने अंबिकापुर में प्रेस वार्ता लेकर जानकारी दी थी। दोनों ही दलों के रिपोर्ट्स में भारी विरोधाभास है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित