रुद्रप्रयाग , नवम्बर 07 -- उत्तराखंड के जनपद रुद्रप्रयाग में राष्ट्रगीत "वंदे मातरम" के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शुक्रवार को देशभक्ति, उत्साह और राष्ट्रीय गर्व से ओतप्रोत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर जनपद के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयो, कॉलेजों, संस्कृत विद्यालयों सहित सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी, स्वायत्तशासी संस्थानों एवं अन्य कार्यालयों में प्रातः 10:00 बजे एक साथ "वंदे मातरम" का सामूहिक गायन किया गया।

मुख्य कार्यक्रम जिला कार्यालय परिसर, रुद्रप्रयाग में संपन्न हुआ, जहां अपर जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्याम सिंह राणा ने स्कूली छात्र-छात्राओं, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ राष्ट्रगीत "वंदे मातरम" का गायन किया। कार्यक्रम के दौरान पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से गूंज उठा। इस अवसर पर सभी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राष्ट्र के प्रति समर्पण एवं एकता का संकल्प दोहराया। उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं को गरम वस्त्र भी वितरित किए। विकास भवन में भी मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया।

इसी क्रम में जनपद के समस्त विद्यालयों और महाविद्यालयों में भी अध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा एक स्वर में "वंदे मातरम" गाया गया। विद्यालयों में विद्यार्थियों ने राष्ट्रगीत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और इसके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को याद किया।

कार्यक्रम के उपरांत जनपदभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को सामूहिक रूप से सुना गया। प्रधानमंत्री जी ने अपने संबोधन में राष्ट्रगीत "वंदे मातरम" की 150 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा, उसके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान तथा राष्ट्र की एकता, अखंडता और आत्मगौरव के प्रतीक रूप में इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे "वंदे मातरम" की भावना को अपने जीवन में उतारते हुए राष्ट्र निर्माण के पथ पर अग्रसर हों।

जनपद रुद्रप्रयाग में आयोजित यह कार्यक्रम जनमानस में देशभक्ति, एकता और राष्ट्रीय चेतना की भावना को और अधिक प्रबल करने वाला सिद्ध हुआ। छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अधिकारियों तथा नागरिकों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वे सदैव राष्ट्रहित में कार्य करते हुए "वंदे मातरम" की भावना को अपने आचरण में आत्मसात करेंगे।

इस दौरान जिला कार्यालय में अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, जिला आबकारी अधिकारी रमेश चंद्र बंगवाल, पेशकर गजपाल अग्निहोत्री, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजय कुमार, राजेंद्र सिंह नेगी, प्रशासनिक अधिकारी लीला सेमवाल, नाजिर शंकर सिंह नेगी, प्रभारी शिकायत प्रकोष्ठ विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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