उज्जैन , नवम्बर 03 -- भारतीय किसान संघ ने सिंहस्थ-2028 के लिए की जा रही लैंड पूलिंग नीति के विरोध में बड़ा ऐलान किया है। संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने रविवार को कहा कि जब तक सरकार उज्जैन सिंहस्थ के लिए लैंड पूलिंग पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती, तब तक किसान संघ की मातृशक्ति किसी भी विकास कार्य को आगे नहीं बढ़ने देगी।
जबलपुर में सम्पन्न राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक से लौटकर उज्जैन पहुंचे कुलकर्णी ने कहा कि चाहे विकास कार्य निजी भूमि पर हो या शासकीय भूमि पर, किसान अपनी जमीन किसी भी हालत में नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारतीय किसान संघ भूमि अधिग्रहण के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजा चुका है।
भारतीय किसान संघ उज्जैन के अध्यक्ष बहादुर सिंह आंजना ने बताया कि सिंहस्थ में लैंड पूलिंग से प्रभावित किसान परिवारों के दीपावली मिलन समारोह में यह घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार लैंड पूलिंग नीति पर अपनी राय सार्वजनिक नहीं करती, तब तक किसान संघ की मातृशक्ति हर स्तर पर विरोध करेगी।
कुलकर्णी ने कहा कि किसान संघ किसी भी दबाव में झुकेगा नहीं। "हमारी एकता और एकरूपता से ही हम अपने अधिकार प्राप्त करेंगे। अगर सिंहस्थ आयोजन या उसकी तैयारियों में कोई विवाद उत्पन्न होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी, किसानों की नहीं," उन्होंने कहा।
उन्होंने सरकार से चेतावनी भरे स्वर में कहा कि वह कान खोलकर किसानों की बात सुने और शीघ्र निर्णय ले। साथ ही उज्जैन किसान संघर्ष समिति की मांगों को पूरा करते हुए ही सिंहस्थ आयोजन की तैयारियां आगे बढ़ाए।
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