लेह, सितंबर 26 -- लद्दाख पुलिस ने लेह में हुए हिंसक प्रतिरोध के दो दिन बाद सामाजिक एवं पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांग्चुक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उल्लेखनीय है कि इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और पचास से अधिक लोग घायल हो गए थे।
मैग्सेसे पुरस्कार विजेता सोनम वांग्चुक पर हिंसा को भड़काने का आरोप है। वह शुक्रवार को लेह से एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वाले थे, लेकिन उन्हें इस कॉन्फ्रेंस से पहले ही हिरासत में ले लिया गया।
उल्लेखनीय है कि लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और उसे छठी अनुसूची में शामिल करने के लिए विरोध प्रदर्शन चल रहा है। श्री वांग्चुक इसी सिलसिले में 35 दिनों के भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे, लेकिन बुधवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद उन्होंने 15वें दिन ही भूख हड़ताल वापस ले ली।
गृह मंत्रालय ने श्री वांग्चुक पर भड़काऊ भाषण के माध्यम से हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। साथ ही मंत्रालय ने श्री वांग्चुक द्वारा स्थापित स्टुडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मुवमेंट ऑफ लद्दाख (एसइसीएमओल) का विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस भी रद्द कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस बुधवार से ही असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही अधिकारी संभावित बाहरी हस्तक्षेप की भी जांच कर रहे हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित