लुधियाना , अक्टूबर 22 -- पंजाब के कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर बुधवार को कहा कि सरकार राज्यभर के युवाओं के लिए कौशल विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है, ताकि उन्हें भगवान विश्वकर्मा के सिद्धांतों और शिक्षाओं के अनुरूप सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन जीने योग्य बनाया जा सके।

विश्वकर्मा दिवस मनाने के लिए लुधियाना स्थित भगवान विश्वकर्मा मंदिर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए श्री सौंद ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा को धरती पर शिल्पकला, वास्तुकला और इंजीनियरिंग के सृजन का जनक माना जाता है। वैश्विक औद्योगिक और बुनियादी ढांचे का विकास भगवान विश्वकर्मा के आशीर्वाद का परिणाम है। उन्होंने बताया कि पंजाब भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्मांड के सर्वोच्च शिल्पकार के रूप में सम्मानित किया जाता है, जिन्हें औद्योगिक प्रक्रियाओं में प्रयुक्त की जाने वाली सभी मशीनरी और उपकरणों के स्वामी के रूप में जाना जाता है।

लोगों को भगवान विश्वकर्मा की शिक्षाओं का पालन करने के लिए प्रेरित करते हुए श्री सौंद ने कहा कि राज्यभर में कौशल विकास को बढ़ावा देना भगवान विश्वकर्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

मंदिर समिति के प्रधान रंजीत कुमार सल्ल ने राज्य सरकार से अपील की कि मंदिर की इमारत के लंबित सिविल कार्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक धनराशि जारी की जाये। इस पर श्री सौंद ने मंदिर के लिए 10 लाख रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की और लंबित सिविल कार्यों को पूरा करने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें भी वितरित कीं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित