नयी दिल्ली , नवंबर 12 -- एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को खुलासा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के पास सोमवार की शाम हुए विस्फोट से कुछ घंटे पहले विस्फोटकों से लदी कार चलाने वाला व्यक्ति राम लीला मैदान के पास एक मस्जिद गया था।
अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. उमर नबी, जिनके कार चलाने का संदेह है, ने दोपहर लगभग 15:19 बजे सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में गाड़ी खड़ी की थी। इससे पहले डॉ नबी राम लीला मैदान के पास आसफ अली रोड स्थित एक मस्जिद गए थे और बताया जा रहा है कि वे वहाँ लगभग तीन घंटे तक रहे तथा इस दौरान नमाज़ भी पढ़ी।
उन्होंने कहा, "लाल किले के लिए रवाना होने से पहले वह लगभग तीन घंटे वहाँ रहे। हम मामले की सभी संभावित पहलुओं से जाँच कर रहे हैं, जिसमें फिदायीन हमले की संभावना भी शामिल है।लाल किले की ओर बढ़ने से पहले नबी के पार्किंग स्थल पर तीन घंटे रुकने की जाँच चल रही है। वह फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार लोगों से जुड़ी गतिविधियों पर नज़र रख रहा था।"एक अन्य अधिकारी ने कहा, "हम यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या वह सिग्नल फोन के ज़रिए अपने आकाओं के संपर्क में था।"उन्होंने बताया कि फ़ोरेंसिक विशेषज्ञ संभावित सिग्नल डिवाइस के निशानों की पहचान करने के लिए सबूतों की जाँच कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल आकाओं से संवाद करने के लिए किया गया हो सकता है।
दिल्ली फ़ोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ने विस्फोट स्थल से क्षतिग्रस्त वाहन के पुर्जे, धातु के मलबे और मानव अवशेषों सहित 40 से ज़्यादा नमूने एकत्र किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, एकत्र किए गए नमूनों का अध्ययन करने और विस्फोटकों की प्रकृति का पता लगाने के लिए एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एजेंसियाँ विस्फोट से पहले नबी की गतिविधियों की टोह लेने तथा यह पता लगाने के लिए मस्जिद और आसपास की गलियों में लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही हैं कि क्या हमले को अंजाम देने में कोई और शामिल था।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने शहर के सभी पुलिस थानों, चौकियों और सीमा चौकियों पर एक लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का पता लगाने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है, जिसके विस्फोट से जुड़े होने का संदेह है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में इस्तेमाल की गई हुंडई आई20 से जुड़े अन्य संदिग्धों के पास भी एक लाल रंग की कार होने के खुलासे के बाद अलर्ट जारी किया गया। दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज की गयी प्राथमिकी में विस्फोट को 'बम विस्फोट'बताया गया है तथा आतंकवादी कृत्यों के लिए साजिश और दंड से संबंधित गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं का इस्तेमाल किया गया है।
शुरुआत में दावा किया गया था कि विस्फोट के दौरान कार में तीन लोग थे , हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उस समय केवल नबी, जो आतंकवादी मॉड्यूल के ध्वस्त होने के बाद फरार हो गया था, कार चला रहा था। पार्किंग क्षेत्र से बाहर निकलने के बाद, वह लाल किले के पास छत्ता रेल चौक रोड पर चला और फिर यू-टर्न ले लिया। जाँच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार विस्फोट लाल किला पुलिस चौकी से कुछ मीटर पहले हुआ।
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