नयी दिल्ली , नवम्बर 26 -- दिल्ली लाल किला विस्फोट मामले में जांच एजेंसियों ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें डॉ. आदिल के डिलीट किए गए व्हाटसअप चैट को दोबारा हासिल करने में सफलता मिल गयी है।

इस मामले मे डा. आदिल एक मुख्य आरोपी है, जिसकी गिरफ्तारी से फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का पता चला है।

जांच एजेंसियों को दोबारा मिले इन संदेशों में उसकी आर्थिक तंगी की स्थिति स्पष्ट दिखती है। वह बार-बार पैसों की मांग करता दिखाई देता है। जांचकर्ताओं का संदेह है कि यही रकम उस हमले में इस्तेमाल हुई, जिसमें आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी ने अपनी आई20 कार में विस्फोट कर दिया था। इस हमले में पंद्रह लोगों की जान गयी थी और बत्तीस से अधिक लोग घायल हुए थे।

यूनीवार्ता ने जांच एजेंसी सूत्रों की मदद से इन दोबारा हासिल किए गए संदेशों को देखा। एक सूत्र ने बताया,'' आदिल के फोन से सभी संदेश मिटा दिए गए थे। इन संदेशों में वह लगातार पैसों की मांग करता दिखाई देता है। यहां तक कि उसने एक बार तो अपनी तनख्वाह तक एडवांस में मांगी।''संदेशों के जरिए हुई बातचीत 5, 6, 7 और 9 सितम्बर 2025 की हैं। इनमें उसने तत्काल पैसों की आवश्यकता बताई है। जांच एजेंसियों का अनुमान है कि यही पैसा हमले में खर्च हुआ।

सूत्रों के अनुसार, कुल 26 लाख रुपये में से 8 लाख रुपये आदिल ने उपलब्ध कराए थे। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी मुजम्मिल ने बताया कि समूह में आदिल को 'खजांची' कहा जाता था।

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