भोपाल , नवम्बर 10 -- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत दी जाने वाली मासिक आर्थिक सहायता राशि 1250 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये किए जाने का निर्णय लिया गया।

मार्च 2023 में 1000 रुपये मासिक राशि के साथ प्रारंभ हुई योजना में सितंबर 2023 से 1250 रुपये दिए जा रहे थे। अब नवंबर 2025 से यह राशि 1500 रुपये कर दी जाएगी। योजना में 250 रुपये की वृद्धि किए जाने से वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1793 करोड़ 75 लाख रुपये के अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी। इस वित्तीय वर्ष के लिए कुल संभावित व्यय 20 हजार 450 करोड़ 99 लाख रुपये रहेगा।

मंत्रि-परिषद ने ओंकारेश्वर में आचार्य शंकर संग्रहालय "अद्वैत लोक" के निर्माण के लिए पुनरीक्षित लागत 2424 करोड़ 369 लाख रुपये की स्वीकृति दी। इससे पूर्व जून 2025 में इस परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति 2195 करोड़ 54 लाख रुपये की दी गई थी। एकात्म धाम परियोजना अंतर्गत आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा, अद्वैत लोक संग्रहालय, अंतरराष्ट्रीय वेदान्त संस्थान एवं अन्य निर्माण कार्य एमपी पर्यटन विकास निगम द्वारा किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी शासकीय भवनों पर रेस्को पद्धति से सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने की स्वीकृति दी गई। इस योजना के तहत शासकीय विभागों को किसी प्रकार का निवेश नहीं करना होगा। वे उपयोग की गई ऊर्जा के लिए रेस्को विकासक को प्रति यूनिट भुगतान करेंगे, जो डिस्कॉम दरों से कम होगा। इससे शासकीय संस्थानों को आर्थिक लाभ होगा।

रेस्को मोड में स्थापित संयंत्रों का रखरखाव 25 वर्ष तक विकासक इकाई द्वारा किया जाएगा। इस परियोजना के अंतर्गत भोपाल में 211 साइट्स पर 15 हजार 695 किलोवॉट, इंदौर में 106 साइट्स पर 3 हजार 128 किलोवॉट, ग्वालियर में 97 साइट्स पर 5 हजार 267 किलोवॉट सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी सोलर संयंत्र लगाए जाएंगे।

खंडवा जिले की मांधाता तहसील में व्यवहार न्यायाधीश, कनिष्ठ खंड के न्यायालय के लिए एक न्यायाधीश सहित कुल सात नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति भी मंत्रि-परिषद द्वारा दी गई। इन पदों के सृजन से न्यायिक कार्यों में तेजी आने की संभावना है। इन पदों पर वार्षिक व्यय 52 लाख 76 हजार रुपये अनुमानित है। मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे मातरम के गायन के साथ प्रारंभ हुई।

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