हैदराबाद , अक्टूबर 19 -- तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने लाइसेंस प्राप्त सर्वेक्षकों से जिम्मेदारी के साथ भूमि अधिकारों की रक्षा में काम करने का आग्रह किया।
श्री रेड्डी ने रविवार को कहा कि तेलंगाना के इतिहास में हर बड़ा संघर्ष भूमि के इर्द-गिर्द घूमता रहा है। उन्होंने इसे लोगों के लिए आजीविका, स्वतंत्रता एवं सम्मान का आधार बताया। वह शिल्प कला वेदिका में प्रशिक्षित सर्वेक्षकों के लिए लाइसेंस वितरण समारोह में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, उन्होंने नव प्रशिक्षित सर्वेक्षकों को लाइसेंस वितरित किया तथा उन्हें नागरिकों के भूमि अधिकारों की सुरक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाई।
उन्होंने आगाह किया, "हम सभी ज़मीन को अपनी मां मानते हैं। ज़मीन मालिकों के अधिकारों की रक्षा और सीमाओं को चिह्नित करने की ज़िम्मेदारी अब आपकी है। अगर कोई गलती हुई तो सिर्फ़ आप ही नहीं बल्कि सरकार भी ज़िम्मेदार होगी।"श्री रेड्डी ने धरणी पोर्टल शुरू करने के लिए पिछली सरकार की आलोचना की और इसे "कुछ आभिजात्य वर्ग के लिए जाल" कहा। उन्होंने कहा कि भूमि प्रशासन को सरल बनाने के लिए बनाई गई इस व्यवस्था से कुछ चुनिंदा लोगों को ही फ़ायदा हुआ।
उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने भूमि पर प्रभुत्व जमाने के लिए धरणी का दुरुपयोग करने की कोशिश की उन्हें हाल के चुनावों में लोगों ने सबक सिखाया है।"सामाजिक न्याय के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने गरीबों के उत्थान का वादा किया था और उस वादे को पूरा करना शुरू कर दिया है। एक दशक की उपेक्षा के बाद हमने नौकरियों में फिर से भर्ती शुरू की है और बेरोज़गार युवाओं के चेहरों पर मुस्कान देखकर मुझे खुशी महसूस होती है।"श्री रेड्डी ने 2047 तक तेलंगाना को तीन लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने के अपने दृष्टिकोण को दोहराया और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।
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