लखनऊ , अक्टूबर 6 -- उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में बीते तीन अक्टूबर को ऑनलाइन गेम के कारण कर्ज में डूबे युवक ने अपनी मां की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को आज फतेहपुर से गिरफ्तार कर लिया।
घटना लखनऊ के रायबरेली रोड स्थित कल्ली पश्चिम के बाबूखेड़ा यादव गांव की है। तीन अक्टूबर को डेयरी संचालक रमेश यादव की पत्नी रेनू यादव की दिनदहाड़े घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से उनका मझला बेटा निखिल यादव उर्फ गोलू (20) लापता था।पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। रविवार को उसकी लोकेशन प्रयागराज में ट्रेस हुई, जिसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची। सोमवार को उसकी लोकेशन फतेहपुर में मिलने पर उसे पकड़ लिया गया।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि निखिल लोन की किस्त समय पर नहीं चुका पा रहा था और त्योहारों पर भी उसने उधार लिया हुआ था। कर्ज चुकाने के लिए उसने पहले अपनी मां के आभूषण चुरा कर बेच दिए। तीन अक्टूबर को जब वह मामा के घर से लौटा तो उसने फिर से आभूषण चोरी करने की कोशिश की। शक होने पर रेनू ने उसे देख लिया। घबराहट में निखिल ने घर में रखे पेचकस से मां पर कई वार किये और गिर जाने पर उसने सिलेंडर से भी हमला किया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद आरोपी बेटे ने गहने और पेचकस बैग में रखे और पिता की मोटरसाइकिल लेकर भाग निकला। रास्ते में उसने पिता, दोस्त और मामा को फोन कर झूठी कहानी गढ़ी कि कुछ लोग उसकी मां पर हमला कर रहे हैं और वह खुद बचकर भाग रहा है। इसके बाद उसने फोन बंद कर दिया।
पुलिस जांच में सामने आया कि निखिल ऑनलाइन गेम 'एविएटर' का शौकीन था और उसमें वह लगभग 24 हजार रुपये हार गया था। पैसों की कमी और गेम की लत ने उसे अपराध की ओर धकेल दिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पहले उसने मां का हार गिरवी रखा था और जब रुपए खत्म हो गए तो लूट के इरादे से हत्या कर दी।
घटना के दिन दोपहर करीब ढाई बजे रेनू की हत्या हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से निखिल की पहचान की। फुटेज में वह चारबाग स्टेशन पर बाइक खड़ी कर त्रिवेणी एक्सप्रेस में सवार होता दिखाई दिया। बाइक स्टेशन पार्किंग से बरामद की गई।
निखिल की कॉल डिटेल से एक युवती का नंबर मिला। पूछताछ में उसने बताया कि आरोपी पिछले कुछ दिनों से उससे पैसे मांग रहा था। पुलिस को पता चला कि आरोपी ने एप के जरिए ऑनलाइन लोन भी लिया था और कर्ज के से परेशान था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रेनू के सिर पर तीन से चार बार भारी वस्तु से वार किए गए थे, जिससे खोपड़ी की हड्डी टूट गई और ज्यादा खून बहने से मौत हुई थी।
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