लखनऊ, सितम्बर 26 -- उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सेवानिवृत्त कर्मचारी के बैंक खाते से एक लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यह प्रकरण भारतीय स्टेट बैंक की उतरेटिया शाखा से संबंधित है।

पुलिस के अनुसार संजय कुमार सोनकर को आठ सितम्बर को खाता अपडेट कराते समय ठगी का पता चला। जांच में खुलासा हुआ कि उनके खाते से यह राशि 11 जुलाई को इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से निकाली गई थी।

पीड़ित ने शिकायत में बताया है कि दो-तीन महीने पहले जब वह मोबाइल बैंकिंग ऐप (योनो) चालू करने का प्रयास कर रहे थे, तभी एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई का कर्मचारी बताकर ऐप चलाने में मदद की पेशकश की। बातचीत के दौरान कॉलर ने उन्हें "एक चांस और है, आप इस्तेमाल करके देख लीजिए" कहकर गुमराह किया और उसके बाद वार्ता समाप्त कर दी गई। इसके बाद खाते से रकम निकल गई।

सोनकर के अनुसार यह राशि उन्होंने न तो किसी को भेजी और न वह ऐसे किसी व्यक्ति को जानते हैं जिसे यह रकम प्राप्त हुई। उन्होंने जब बैंक से जानकारी लेनी चाही तो बैंक ने असमर्थता जताते हुए कहा कि यह पता नहीं लगाया जा सकता कि पैसा किस खाते में गया है।

उन्होंने बताया कि वह सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं और चार हज़ार रुपये प्रतिमाह पेंशन पर गुजर-बसर करते हैं, ऐसे में यह राशि उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

पीजीआई थाना प्रभारी ने बताया की पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और धोखाधड़ी के मामले की जांच शुरू कर दी है।

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