लखनऊ , दिसम्बर 18 -- उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के तत्वावधान में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में 10 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनी-2025 का गुरुवार को शुभारंभ संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने किया।

यह प्रदर्शनी 18 से 27 दिसम्बर तक आमजन के लिए खुली रहेगी, जिसमें खादी, ग्रामोद्योग एवं माटीकला से जुड़े उत्पादों के कुल 130 स्टॉल लगाए गए हैं। श्री खन्ना ने प्रदर्शनी का उदघाटन मुख्य द्वार पर फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि खादी भारत की आज़ादी, स्वदेश और स्वावलंबन का प्रतीक है। महात्मा गांधी ने चर्खे के माध्यम से आमजन को आत्मनिर्भर बनने की दिशा दिखाई थी, जिसका साकार स्वरूप आज योगी सरकार के नेतृत्व में देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में स्वच्छता, स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा, स्वरोजगार सृजन और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग इस लक्ष्य की प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

प्रदर्शनी में लेदर उत्पाद, भदोही के कालीन, माटीकला से बने बर्तन एवं घरेलू सजावटी सामान, प्रतापगढ़ का आंवला मुरब्बा, वाराणसी की रेशम एवं सिल्क साड़ियां, राजस्थान के बीकानेरी पापड़ व नमकीन, उत्तराखंड के कोट, विभिन्न प्रकार की चादरें तथा हस्तशिल्प आधारित वस्त्र आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रदर्शनी न केवल उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण स्वदेशी उत्पाद उपलब्ध करा रही है, बल्कि कारीगरों और उद्यमियों को विपणन का सशक्त मंच भी प्रदान कर रही है।

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