मुंबई , नवंबर 12 -- महाराष्ट्र सरकार ने लंदन स्थित ऐतिहासिक इंडिया हाउस को भारत के स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित एक स्मारक में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय की घोषणा बुधवार को राज्य के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने की।
यह भवन बीसवीं सदी के आरंभ में स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर और कई अन्य भारतीय क्रांतिकारियों से जुड़ा निवास था।
श्री शेलार ने कहा कि लंदन में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने हाल ही में यूनाइटेड किंगडम की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान इस इमारत के ऐतिहासिक महत्व की ओर ध्यान आकर्षित किया था।
श्री शेलार की अध्यक्षता में मंत्रालय में एक संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें नासिक की विधायक देवयानी फरांडे और सामान्य प्रशासन, सांस्कृतिक मामलों और पुरातत्व विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने अधिग्रहण और संरक्षण प्रक्रिया का आकलन किया।
इस बैठक के परिणामस्वरूप एक बहु-विभागीय समिति का गठन किया गया, जिसे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का कार्य सौंपा गया। रिपोर्ट में संपत्ति के अधिग्रहण और पुनर्स्थापन के लिए आवश्यक कानूनी, वित्तीय और प्रशासनिक प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
मूल रूप से इंडिया हाउस एक छात्र निवास था, जो 1900 के दशक के प्रारंभ में भारतीय राष्ट्रवादी और क्रांतिकारी गतिविधियों का केंद्र बन गया। ब्रिटेन में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के केंद्र के रूप में इसका ऐतिहासिक महत्व स्थायी है और सावरकर तथा अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों से इसका गहरा संबंध रहा है, जिन्होंने विदेशों में राष्ट्रवादी प्रयासों को संगठित और संगठित करने के लिए इस परिसर का उपयोग किया था।
इसके प्रस्तावित अधिग्रहण के बाद राज्य सरकार व्यापक संरक्षण कार्य करने और देश के उपनिवेश-विरोधी संघर्ष में इसके योगदान को उजागर करते हुए, इस संपत्ति को एक समर्पित विरासत स्थल और संग्रहालय के रूप में विकसित करने का इरादा रखती है।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह पहल भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े स्थलों की सुरक्षा के उद्देश्य से महाराष्ट्र के व्यापक अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक संरक्षण प्रयासों का हिस्सा होगी।
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