हैदराबाद, सितंबर 27 -- तेलंगाना मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शनिवार को कहा कि राज्य को 2047 तक तीन ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बदलने का लक्ष्य रखा गया है और इस पुनर्निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।

मल्लेपल्ली में एक कार्यक्रम में 65 नवनिर्मित उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्रों (एटीसी) का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने महज प्रमाण-पत्रों की तुलना में तकनीकी कौशल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और कौशल विकास किसी की भी किस्मत बदलने में अहम किरदार निभाते हैं।

श्री रेड्डी ने कहा, "औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) सबसे पहले संयुक्त आंध्र प्रदेश में 1956 में लाई गयी थी लेकिन ये पुराने पाठ्यक्रमों के कारण धीरे-धीरे कमजोर हो गये। हमारी सरकार आने पर हमने आईटीआई को उन्नत प्रौद्योगिकी केंद्रों के रूप में पुनर्जीवित और अपग्रेड किया। 65 एटीसी का उद्घाटन हमारी सरकार की गंभीरता को दिखाती है। हमने 51 और एटीसी को पास किया है, जो इस साल पूरी हो जायेगी।"मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने युवाओं को उद्योग-तैयार कौशल प्रदान करने के लिए युवा भारत कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि छात्रों को जापानी भाषा और विदेशों में अवसर प्रदान करने के लिये जापान राजी हो गया है। उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही विदेशों में नौकरी दिलाने के कामकाज वाला एक विशेष विभाग बनाया जायेगा।

उन्होंने जोर दिया कि अगर युवाओं ने अपने कौशल को बढ़ा लिया तो एक दिन ऐसा आयेगा जब जर्मनी और जापान हमारे सामने झुकेंगे। उन्होंने छात्रों से मादक पदार्थ और व्यसनों से दूर रहने का आग्रह किया, साथ ही याद दिलाया कि उनके माता-पिता और समाज की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है।

मुख्यमंत्री ने परिवहन एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर से एटीसी छात्रों के लिए आरटीसी में प्रशिक्षुता प्रदान करने की अपील की। साथ ही आईटी एवं उद्योग मंत्री श्रीधर बाबू से अनुरोध किया कि वे वित्त मंत्री को एटीसी में अध्ययन करने वालों के लिए 2,000 रुपये की मासिक छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिये राजी करें।

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