धार , अक्टूबर 22 -- इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के तहत रतलाम रोड पर रेलवे पटरी क्रॉसिंग के लिए बनाए गए पुराने ओवरब्रिज का डिस्मेंटल कार्य शुरू कर दिया गया है। दो पोकलेन और ग्रेडर मशीनों की मदद से पुल तोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। निर्माण कार्य के दौरान रतलाम रोड और फ्लाईओवर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है।

त्योहार के समय सड़क बंद होने से वाहनों का दबाव सुनारखेड़ी रोड और इंदौर-अहमदाबाद हाइवे पर बढ़ गया है। दिनभर वाहनों की रफ्तार धीमी रही और जाम की स्थिति बनी रही। यात्री बसों और छोटे वाहनों को सुनारखेड़ी रोड से निकाला जा रहा है, जबकि भारी वाहनों को जेतपुरा बायपास से डायवर्ट किया गया है।

रतलाम रोड ओवरब्रिज का निर्माण वर्ष 2016 में नागदा-गुजरी फोरलेन परियोजना के तहत एमपीआरडीसी द्वारा नौ करोड़ रुपये की लागत से किया गया था। उस समय यह अनुमान नहीं लगाया गया था कि भविष्य में रेलवे परियोजना के चलते इस ब्रिज को तोड़ना पड़ सकता है। अब इंदौर-दाहोद रेल लाइन के विस्तार के कारण पुल का आधा हिस्सा डिस्मेंटल किया जा रहा है। पुनर्निर्माण पर लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।

मुख्य मार्ग बंद होने के कारण अब पूरा ट्रैफिक सुनारखेड़ी रोड पर पहुंच गया है। यह मार्ग धार से रतलाम, नागदा, झाबुआ, मनावर और कुक्षी जाने वालों के लिए वैकल्पिक बन गया है। सड़क सिंगल लेन होने से वाहनों की आवाजाही में परेशानी हो रही है। वहीं हाइवे किनारे खड़े रेत के ट्रक और डंपर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से इन वाहनों पर कार्रवाई की मांग की है।

इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के तहत ट्रेन संचालन के लिए रतलाम रोड पर 165 मीटर तक सड़क स्तर बढ़ाया जाएगा और ब्रिज का नया हिस्सा बनाया जाएगा। गुजरात की श्रीमंगलम कंपनी को इसका ठेका दिया गया है। इंजीनियर रानू जैन ने बताया कि ब्रिज के दोनों ओर 12 कॉलम तैयार किए जाएंगे, जिन पर स्लैब डालकर पुराने और नए हिस्से को जोड़ा जाएगा।

डिस्मेंटल कार्य में 10 से 15 दिन का समय लगेगा, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। बारिश के कारण प्रारंभिक देरी हुई है, लेकिन अधिकारियों का दावा है कि मार्च या अप्रैल 2026 तक नया फ्लाईओवर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।

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