दुर्ग , नवंबर 21 -- छत्तीसगढ के दुर्ग में रेलवे में स्थायी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 32 युवाओं से कुल 33 लाख 50 हजार रुपये ठगने वाले तीन आरोपियों को उतई पुलिस ने आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों ने ठगी की रकम से न सिर्फ घर बनवाया, बल्कि गाड़ी खरीदकर महंगे शौक भी पूरे किए।

पीड़ितों ने बताया कि उमरपोटी निवासी रीति देशलहरा के माध्यम से वर्ष 2022 में उनकी पहचान आरोपी बिशेश्वर मारकंडे उर्फ बिसेसर/गुप्ता, प्रमोद कुमार मारकंडे उर्फ राहुल और हेमंत कुमार साहू से हुई थी। आरोपी बिशेश्वर खुद को भारतीय रेल गोदाम का लीडर बताते हुए नौकरी दिलाने का दावा करता था। प्रति व्यक्ति 2.50 लाख रुपये में "तीन महीने के भीतर स्थायी नौकरी" का लालच दिया गया।

24 दिसंबर 2022 से 24 अप्रैल 2023 के बीच 28 बेरोजगार युवाओं ने आरोपियों को रकम सौंप दी, लेकिन न नौकरी मिली और न पैसे वापस। जब दो साल बाद ठगी का पता चला, तो सभी पीड़ित उतई थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।

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