नयी दिल्ली , दिसंबर 02 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार की प्रतिबद्धता है कि कोई भी नागरिक सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे न रहे।
श्रीमती गुप्ता ने आज विंटर एक्शन प्लान की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि सर्दी के दौरान राजधानी के बेघर और निर्धन नागरिकों को सर्दी के मौसम में सुरक्षित आश्रय देने की व्यवस्था कर ली गई है। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में 197 स्थायी रैन बसेरे हैं, जहां लगभग 18 हजार बेघरों के रहने के इंतजाम है। इसके अलावा विभिन्न इलाकों में बेघरों के रहने के लिए 250 अस्थायी रैन बसेरों में से 204 बना लिए गए हैं और वहां पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा , "हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि कोई भी नागरिक सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे न रहे। दिल्ली के ये रैन बसेरे केवल छत नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षा के प्रतीक हैं। प्रत्येक रैन बसेरे में बिस्तर, गद्दे, चादरें, तकिए, कंबल, बिजली, मच्छर नियंत्रण यंत्र, वॉटर कूलर और महिलाओं के लिए सीसीटीवी व सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। विंटर एक्शन प्लान के तहत हमारी सरकार ने पिछली बार की अपेक्षा इस बार अधिक प्रभावी कदम उठाए हैं और इसकी परिधि में गरीबों के अलावा अन्य समुदाय को भी जोड़ा गया है।"उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्दियों के दौरान अस्पतालों में मरीजों को सर्दी से बचाव के लिए कंबल आदि की कमी न होने पाए। मुख्यमंत्री के अनुसार सर्दियों के दौरान स्कूली बच्चों को ठंड से बचाना बहुत जरूरी है ताकि उनके स्वास्थ्य पर विपरित असर न पड़े। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूली बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए विभिन्न संभावनाओं का पता किया जाए और संभव हो तो सीएसआर के माध्यम से उन पर अमल किया जाए। मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी/पालना केंद्रों को भी सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश जारी किए हैं।
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