नयी दिल्ली , अक्टूबर 24 -- अमेरिका और यूरोपीय संघ के रूसी कंपनियों से तेल खरीदने पर लगाये गये प्रतिबंधों के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को कहा कि उसके कच्चे तेल की खरीद के स्रोतों में विविधता है, और उम्मीद जतायी कि वह अपने रिफाइनरी ऑपरेशन में स्थिरता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करेगी।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने आज जारी बयान में बताया कि बाजार और नियामक परिस्थितियों में बदलाव के अनुरूप आपूर्ति अनुबंधों में बदलाव किये जाते हैं। रिलायंस को विश्वास है कि समय की कसौटी पर कसे, कच्चे तेल के स्रोत में विविधता की रणनीति से उसके रिफाइनरी ऑपरेशन में स्थिरता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी और कंपनी यूरोप सहित सभी घरेलू और निर्यात जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगी।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने गुरुवार को रूस की दो कंपनियों रोजनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगा दिया था। यूरोपीय यूनियन ने भी गुरुवार को ही रूसी कंपनी रोजनेफ्ट और गेजप्रोम नेफ्ट पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की थी। साथ ही उसने रूस से कच्चा तेल खरीद कर यूरोप में पेट्रोलियम उत्पाद बेचने वाली तीसरे देश की कंपनियों पर भी प्रतिबंधों की घोषणा की। इनमें रिलायंस समेत तीन भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। इससे पहले, ब्रिटेन ने भी रूस से तेल की खरीद पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी।
उल्लेखनीय है कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद जब अमेरिका ने रूस से तेल खरीद पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी उसके बाद से हाल के दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज रूस से तेल खरीदने वाली प्रमुख कंपनी रही है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने कहा है कि वह फिलहाल इन प्रतिबंधों और अनुपालना की नयी शर्तों के प्रभावों का आकलन कर रही है। उसने कहा है कि यूरोप में रिफाइन्ड उत्पादों के आयात पर यूरोपीय संघ के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करेगी। उन्होंने कहा कि जब भी भारत सरकार इस संबंध में कोई निर्देश जारी करेगी कंपनी उसका पूरी तरह पालन करेगी।
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