मास्को, सितंबर 27 -- रूस के विशेषज्ञों द्वारा नए परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों के क्षेत्र में किए जा रहे विकास, सबसे खतरनाक रेडियोधर्मी कचरे को निष्क्रिय करके परमाणु ऊर्जा को "हरित" बनाएंगे। यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के उप महानिदेशक मिखाइल चुडाकोव ने आरआईए नोवोस्ती को दी।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि रूस 2030 में टॉम्स्क क्षेत्र में बंद ईंधन चक्र वाली दुनिया की पहली परमाणु ऊर्जा प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहा है।

श्री पुतिन ने कहा कि यह पूरी तरह से रूसी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का एक क्रांतिकारी विकास है, लगभग पूरी मात्रा में खर्च किए गए परमाणु ईंधन का उपयोग रिएक्टरों में बार-बार किया जाएगा। इस तरह की व्यवस्था भविष्य में रेडियोधर्मी कचरे के संचय की समस्याओं को लगभग पूरी तरह से समाप्त करेगी और सबसे महत्वपूर्ण यूरेनियम सुरक्षा के मुद्दे को दूर करना संभव बनाएगी।

श्री चुडाकोव ने कहा कि द्रुत न्यूट्रॉन रिएक्टर सबसे अधिक रेडियोधर्मी तत्वों लघु एक्टिनाइड्स को जला सकते हैं और उन्हें बहुत कम अर्ध-आयु वाले तत्वों में परिवर्तित कर सकते हैं।

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