भोपाल रीवा , अक्टूबर 28 -- मध्यप्रदेश के रीवा जिले में नशीली कफ सिरप कोरेक्स की बिक्री के मामले को लेकर रीवा संभाग के पुलिस महानिरीक्षक गौरव राजपूत का पुलिसकर्मियों को चेतावनी देने वाला एक वीडियो वायरल होने के बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार से इस बारे में जवाब मांगा है।
श्री राजपूत ने कल रीवा जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ शासन के अभियान 'ऑपरेशन प्रहार 2' से जुड़े एक आयोजन को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें श्री राजपूत ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि हर विभाग में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो 'तालाब को गंदा करने' का काम करते हैं, और उन्हें समय रहते सुधर जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों में उन्होंने इस तरह की गतिविधियों में लिप्त लोगों की पूरी सूची तैयार कर ली है। उन्होंने उन लोगों को चेतावनी देते हुए कहा, "मैं नहीं चाहता कि मैं उस सूची में आगे बढूं। उस पर अपनी प्रतिक्रिया दूं, जिससे आपको शर्मिंदा होना पड़े।"उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम आकंठ तक गली गली इस कोरेक्स रूपी जहर की चपेट में आ चुके हैं। इस विकरालता और अपनी जिम्मेदारी को समझिए। हर गली-मुहल्ले और मंदिर-मस्जिद के बाहर उन्होंने कोरेक्स की शीशियां पड़ी देखी हैं। ये संभव नहीं है कि थाना प्रभारी और बीट के आरक्षक को ये पता नहीं हो, जब तक कि उनकी ओर से अनदेखी ना हो।
इसके साथ ही वे ये भी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि अब ये अनदेखी नहीं सहन की जाएगी।
इस वीडियो को साझा करते हुए श्री सिंघार ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल अब पुलिस अफसर ही खोल रहे हैं|रीवा के आईजी का बयान साफ़ कहता है कि थानेदारों की मिलीभगत के बिना नशीले सिरप की बिक्री असंभव है।
साथ ही उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री और रीवा के विधायक राजेंद्र शुक्ल को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि क्या इस क्षेत्र से आने वाले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री शुक्ला को इस विषय की जानकारी नहीं है। क्या उन्हें नहीं पता कि इन नशीली कफ सिरप के कारोबार के पीछे कौन लोग शामिल हैं। यह "ड्रग माफिया-पुलिस-सत्ता" का गठजोड़ है, जिसने प्रदेश के युवाओं को बर्बादी के रास्ते पर धकेल दिया है।
रीवा जिले में पिछले कुछ दिनों में कोरेक्स के नशे की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। जिले को नशे की गिरफ्त से पूरी तरह मुक्त कराने के लिए पुलिस द्वारा 'ऑपरेशन प्रहार 2' शुरू किया गया है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित