श्रीगंगानगर , अक्टूबर 08 -- राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर और समेजा कोठी पुलिस थानों के कर्मचारियों पर एक गरीब चरवाहे कृष्ण बावरी से घरेलू विवाद के नाम पर हजारों रुपये की रिश्वत लेने के मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन द्वारा सख्त कार्रवाई का आश्वासन देने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से नाराज़ स्थानीय लोगों ने बुधवार को बड़ी संख्या में श्रीगंगानगर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करके रोष व्यक्त किया।
प्रदर्शन की अगुवाई वरिष्ठ माकपा नेता श्योपतराम मेघवाल ने की, जिसमें रायसिंहनगर, श्रीबिजयनगर और समेजा कोठी क्षेत्रों से आए सैकड़ों लोग शामिल हुए। श्री मेघवाल ने कहा कि घरेलू विवाद में पुलिसकर्मियों ने चरवाहे को रिश्वत देने के लिये इतना मजबूर किया कि उसे अपनी 32 में से 30 बकरियां बेचना पड़ीं। अब उसके पास केवल दो बकरियां बची हैं।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर आयोजित आम सभा को संबोधित करते हुए श्री मेघवाल ने कहा कि रायसिंहनगर और समेजा कोठी थानों के कुछ पुलिसकर्मियों ने न केवल कृष्ण बावरी से चार बार रिश्वत ली, बल्कि नशा तस्करों से भी उनकी सांठगांठ है। उन्होंने दावा किया कि इस मामले में सबूतों सहित पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई के बजाय भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
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