ग्वालियर , अक्टूबर 15 -- लोकायुक्त पुलिस ने रिटायर्ड जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के ग्वालियर और इंदौर स्थित आवासों सहित आठ ठिकानों पर बुधवार सुबह एक साथ छापा मारा। कार्रवाई में लोकायुक्त टीम को भारी मात्रा में सोना, चांदी, नकदी और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं।

सूत्रों के अनुसार, इंदौर स्थित फ्लैट और घर से लोकायुक्त टीम ने लगभग ढाई किलो सोना, इतनी ही चांदी, चार से पांच लॉकर और करीब एक करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। वहीं ग्वालियर स्थित निवास से कई जमीन और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है।

लोकायुक्त पुलिस की टीम सुबह पांच बजे सूर्य नमस्कार तिराहा स्थित विवेक नगर, इंद्रमणि नगर में धर्मेंद्र भदौरिया के मकान पर पहुंची, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। बताया गया कि धर्मेंद्र सिंह भदौरिया वर्ष 1987 में आबकारी विभाग में भर्ती हुए थे और अगस्त 2025 में सेवानिवृत्त हुए। उनकी वैध आय लगभग दो करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि अब तक जांच में आठ करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है।

छानबीन के दौरान यह भी सामने आया कि भदौरिया के बेटे सूर्यांश भदौरिया फिल्मों में निवेश करते थे। ग्वालियर में तलाशी के दौरान लोकायुक्त को एक बॉक्स में भरे कई प्रॉपर्टी दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है कि इनमें कितनी संपत्तियाँ धर्मेंद्र भदौरिया या उनके परिजनों के नाम पर हैं।

जानकारी के अनुसार, धर्मेंद्र सिंह भदौरिया इंदौर में लंबे समय तक पदस्थ रहे और एक विवाद के बाद कुछ समय के लिए अलीराजपुर भेजे गए थे। वे उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के एक बड़े शराब कारोबारी ए.के. सिंह के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। लोकायुक्त पुलिस अब उनके इस यूपी कनेक्शन की भी जांच कर रही है। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा ने बताया कि धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के यहां से जब्त दस्तावेजों और संपत्ति का सत्यापन जारी है, और कार्रवाई अभी चल रही है।

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